शहर के ब्रह्मपुरा पोखर का पानी जहरीला हो गया है। इससे पोखर की मछलियां म’रने लगी हैं। इससे आने वाली बदबू से आसपास के मोहल्लावासी परेशान हैं। उनका वहां रहना मुश्किल हो गया है। यहां से गुजरने वाले राहगीरों को भी सांस लेने में समस्या हो रही है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि तीन माह पूर्व इस पोखर के जीर्णोद्धार का काम शुरू हुआ। जुलाई में हुई तेज बारिश के बाद इसमें पानी जमा हो गया। अब इसमें रेलवे कॉलनी के सटे नाले का पानी गिर रहा है। इससे पूरा पानी सड़ गया है। नीचे दलदल व सड़ने के कारण पानी जहरीला हो गया है। यही नहीं, मछली पालन करने के क्रम में पानी में डाले गए केमिकल का भी असर पड़ा है। स्थानीय महेश भंडारी ने बताया कि बदबू के कारण यहां रहना मुश्किल हो गया है। बदबू के कारण सही से भोजन भी नहीं कर पा रहे हैं। पोखर में मछली पालन करने वाले मनीष कुमार ने बताया कि उसके साथ सुरेन्द्र कुमार, नरेश सहनी इसमें मछली पालन कर रहे थे। पिछले एक सप्ताह से अचानक मछलियां मर रही हैं। कुल 40 हजार रुपये खर्च आया है। मनीष ने बताया कि उसको मत्स्य पालक संघ के एक नेता ने मछली पालन करने की अनुमति दी थी। बताया कि जांच के क्रम में पूरे पोखर में अमोनिया गैस बनने की आशंका जतायी गयी है।

 

इधर, मेयर सुरेश कुमार ने बताया कि यह नगर निगम का पोखर है। इसमें मछली पालन करने की अनुमति नहीं दी गयी थी। अभी पोखर की उड़ाही का काम बाकी है। वहीं, इसकी सूचना मिलने के बाद नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने सिटी मैनेजर को जांच का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि मछली पालन कैस व कौन कर रहा है, इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मछलियां क्यों मरी हैं इसकी जांच हो रही है। अगर पोखर में नाले का पानी गिराया गया है तो कार्रवाई की जाएगी।

Input : Hindustan

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