मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की राशि भुगतान में 20 हजार रुपये घूस लेते उद्योग विस्तार अधिकारी हरीश कुमार को बेला स्थित कार्यालय से बुधवार शाम पटना निगरानी की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। वे करजा डीह गांव के उद्यमी नीतेश चंद्र रंजन से दूसरी किस्त की राशि भुगतान के एवज में घूस ले रहे थे। गिरफ्तारी के बाद निगरानी की टीम उन्हें पटना ले गई है।
आरोपित हरीश कुमार जहानाबाद के निवासी है। जुलाई में वे सीतामढ़ी से ट्रांसफर होकर मुजफ्फरपुर आए थे। अभी वे बेला के लक्ष्मीनारायण मोहल्ला में रहते थे। पटना निगरानी थाने में मंगलवार को उनके खिलाफ घूस मांगने की एफआईआर दर्ज की गई थी। उद्यमी नीतेश चंद्र रंजन ने 17 नवंबर को निगरानी से शिकायत की थी कि हरीश योजना की दूसरी किस्त की राशि भुगतान के लिए 40 हजार घूस मांग रहे हैं। जांच में शिकायत सही पाई गई। निगरानी डीएसपी अरुणोदय पांडेय के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
योजनानुसार नीतेश घूस की पहली किस्त के रूप में 20 हजार रुपए देने बेला स्थित उद्योग केंद्र पहुंचा। वहां पहले से सादे लिबास में टीम थी। साढ़े चार बजे जैसे ही अपने कार्यालय में हरीश ने घूस की राशि ली, धावा दल ने दबोच लिया। उन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि निगरानी की टीम ने अधिकारी को पकड़ा है।
Source : Hindustan