सीएए के विरोध में उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने ऐसी बात कह दी है, जिसका खूब मजाक उड़ रहा है. वह एक कार्यक्रम में अपनी बात रख रही थीं. उर्मिला ने कहा कि 1919 में जब द्वितीय विश्व युद्ध खत्म हो गया था तो ब्रिटिश सरकार को यह बात समझ में आ गई थी कि भारत में अब असंतोष की भावना बढ़ रही है. इसके चलते युद्ध हो सकता है. तब वे रोलेक्ट एक्ट नाम का काला कानून लाए थे, इसी तरह CAA भी लाया गया है. इसके बाद उर्मिला मातोंडकर खूब ट्रोल हो रही हैं.

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ट्रोल हो गई हैं उर्मिला
एक ट्रोलर ने लिखा कि कांग्रेस में सभी ये साबित करने में क्यों लगे हैं कि उनके दिमाग राहुल गांधी से कम हैं? उर्मिला रोमिला और इरफान के घटिया ज्ञान को बढ़ना बंद कर दीजिए. इसके अलावा कई तरह के मीम्स को भी शेयर किया जा रहा है.

एक ने लिखा कि द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में खत्म हुआ था. उर्मिला ने इस बयान से पूरे विश्व में शर्म से सिर नीचा करवा दिया है. एक ने लिखा कि उर्मिला ने गलत फैक्ट कितने कॉन्फिडेंस से बताया. बधाई. एक ने लिखा कि उर्मिला ने नई हिस्ट्री लिखी है.

बाल कलाकार के रूप में की थी बॉलीवुड में एंट्री
वर्कफ्रंट की बात करें तो उर्मिला ने बॉलीवुड में बाल कलाकार के रूप में ‘कलयुग’ फिल्म से कदम रखा था. बतौर अभिनेत्री उन्होंने ‘नरसिम्हा’ फिल्म से शुरुआत की. उन्होंने ‘रंगीला’, ‘जुदाई’, ‘सत्या’, ‘भूत’, ‘एक हसीना थी’, ‘पिंजर’, ‘मैंने गांधी को नहीं मारा’ जैसी फिल्मों में काम किया है. 2016 में उन्होंने कश्मीर के मॉडल और व्यापारी मोहसीन अख्तर मीर से शादी करने के लिए इस्लाम कबूल कर लिया. अब उनका नाम मरियम अख्तर मीर हो गया है.

चुनाव हार चुकी हैं उर्मिला
उर्मिला ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा. कांग्रेस ने उर्मिला को नॉर्थ मुंबई से टिकट दिया था. उर्मिला को चुनाव में भाजपा के गोपाल शेट्टी से करारी हाल मिली थी. बॉलीवुड स्टार और मराठी होते हुए भी मुंबई की जनता ने उर्मिला को नेता के तौर पर नहीं चुना था.

Input : Zee News

 

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