नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच भाजपा नेता चंद्र कुमार बोस का बड़ा बयान आया है। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में नागरिकों पर कानून नहीं थोपा जाना चाहिए। दरअसल, वह पिछले महीने संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन कानून के बारे में बोल रहे थे।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक चंद्र कुमार बोस ने कहा कि हमारा काम लोगों को यह समझाना होना चाहिए कि हम सही हैं और वे गलत हैं। हम उन्हें गाली नहीं दे सकते। क्योंकि आज हमारे पास नंबर (बहुमत) हैं, इसलिए हम डराने की राजनीति नहीं कर सकते। हमें नागरिकता संशोधन कानून के फायदे को समझाने के लिए लोगों के पास जाना चाहिए।

आगे उन्होंने कहा कि जब एक विधेयक कानून के रूप में पारित हो जाता है तो कानूनी तौर पर यह राज्य सरकारों के लिए बाध्यकारी है। मगर एक लोकतांत्रिक देश में आप अपने देश के नागरिकों पर किसी भी कानून को थोप नहीं सकते हैं।

चंद्र कुमार बोस ने कहा कि मैंने अपने पार्टी नेतृत्व को थोड़े से संशोधन का सुझाव दिया था, उससे विपक्ष का पूरा अभियान फेल हो जाता। हमें विशेष रूप से यह बताने की आवश्यकता है कि सीएए उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों के लिए है, हमें किसी धर्म का उल्लेख नहीं करना चाहिए। हमारा दृष्टिकोण अलग होना चाहिए।

Input : Live Hindustan

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.