नागरिकता संशोधन कानून (CAB) के विरोध में जहां देशभर में बवाल मचा हुआ है, वहीं बिहार (Bihar) की सियासत भी गर्माई हुई है. जदयू (JDU) नेता प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) के इस मुद्दे पर दिए गए तीखे बयान को लेकर राजनीति गर्माई ही थी कि एनआरसी (NRC) के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के ‘स्टैंड’ के बारे में उनके खुलासे से बयानबाजी और तेज हो गई है.
शनिवार की देर शाम नीतीश से मुलाकात के बाद PK ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे बिहार में एनआरसी लागू नहीं करेंगे.’ CAB पर प्रशांत किशोर के बयान से जदयू की अंदरूनी राजनीति की उठापटक अभी शांत भी नहीं हुई कि एनआरसी पर दिए गए उनके ताजा बयान ने विपक्षी दलों को हमला करने का मौका दे दिया. राज्य के प्रमुख विपक्षी राजद (RJD) ने किशोर पर हमला करते हुए कहा है कि वह भी अपने नेता की तरह ‘पलटूराम’ हैं.
गौरतलब है कि CAB पर जदयू के समर्थन के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि NRC पर भी जदयू, मोदी सरकार के साथ खड़ी रहेगी. लेकिन एनआरसी के मुद्दे पर जदयू में ऊहापोह की स्थिति है. वहीं, महागठबंधन का दावा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मारते हुए एनआरसी के मुद्दे पर भाजपा के साथ खड़े दिखेंगे.
CAB के संसद से पास होने के बाद प्रशांत किशोर के ट्वीट, पवन वर्मा के बयान और जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के बागी तेवर देख लग रहा था कि नीतीश कुमार इन तीनों नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाएंगे, लेकिन हुआ इसके उलट. नीतीश ने न सिर्फ PK का इस्तीफा नामंजूर किया, बल्कि प्रशांत किशोर के मुताबिक एनआरसी पर नीतीश कुमार ने अपना रुख भी बदल लिया. बात इतने पर ही खत्म नहीं हुई. दरअसल सीएबी और एनआरसी पर पार्टी लाइन से अलग रुख रखने वाले PK जब नीतीश से मिलकर बाहर निकले तो उनका स्वर भी बदला हुआ था.
NRC पर बाद में साफ होगा रुख
सीएम से मिलकर लौटने के बाद प्रशांत किशोर का बयान उनके ट्वीट की तरह तल्ख नहीं था, बल्कि वे सीएबी और एनआरसी को एक साथ लागू करने को गलत बताने में लग गए. इस मुद्दे पर जदयू प्रवक्ता संजय सिंह का कहना है कि प्रशांत किशोर और मुख्यमंत्री के बीच क्या बात हुई, उन्हें यह जानकारी नहीं है.
लेकिन संजय सिंह ने यह भी कहा कि एनआरसी के मुद्दे पर पार्टी का क्या रुख होगा, ये आने वाले वक्त में पता चलेगा. हालांकि बिहार में जदयू की सहयोगी भाजपा को अब भी लगता है कि CAB की तरह एनआरसी पर भी उसे संसद में जदयू का साथ मिलेगा. भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने इस मामले को लेकर कहा कि सीएबी और एनआरसी पर कांग्रेस देश के लोगों को भड़काने का काम कर रही है.
राजद ने दी तीखी प्रतिक्रिया
इधर, प्रशांत किशोर के बदले रुख को देखते हुए राजद ने उन्हें भी ‘पलटूराम’ बता दिया है. राजद नेता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि प्रशांत किशोर ने इसलिए पलटी मारी है, क्योंकि उन्हें बंगाल की ममता बनर्जी के लिए काम करना है और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के साथ भी काम करना है. इसके साथ ही वे जदयू का पद भी नहीं छोड़ना चाहते. तिवारी ने कहा कि इसलिए नीतीश कुमार चाहे कुछ भी कहें, वे एनआरसी के मुद्दे पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के साथ ही खड़े दिखाई देंगे.
कुछ ऐसी ही राय कांग्रेस ने भी रखी है. कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि नीतीश के हवाले से PK का कुछ कहना मायने नहीं रखता, क्योंकि बिहार की जनता को पता चल गया है कि भाजपा और संघ जो कहेंगे, नीतीश कुमार उनकी हां में हां मिलाएंगे. हालांकि इस बीच प्रशांत किशोर के बदले रुख से जहां जदयू के भीतर थोड़ी ‘तरावट’ महसूस की जा रही है, वहीं उनके बहाने नीतीश सरकार पर निशाना साधने की मंशा रखने वाले विपक्ष को झटका भी लगा है.
Input : News18