CM नीतीश कुमार ने कहा है कि खरमास के बाद राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। मधुबनी में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बात कही। पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने इस चर्चा को फालतू करार दिया, जिसमें जदयू की ओर से भी एक उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की बात कही गई है।
CM नीतीश ने कहा कि पता नहीं यह बात कहां से आ रही है। भाजपा हमलोगों के साथ थी, तो उसकी ओर से दो उपमुख्यमंत्री बने थे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राजद कोटे से जो दो मंत्री हटे हैं, उनकी जगह किसी अन्य को शामिल किया जाएगा। साथ ही, कांग्रेस की ओर से भी नये सदस्य मंत्रिमंडल का हिस्सा बनेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में 7 दलों का गठबंधन सरकार चल रही है। बता दें कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से राजद कोटे से बने मंत्रियों सुधाकर सिंह और कार्तिकेय कुमार को अलग-अलग कारणों से इस्तीफा देना पड़ा था।
जाति आधारित गणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल होने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है। केंद्र के स्तर पर भी वर्ष 2011 के बाद जाति आधारित जनगणना हुई, लेकिन वह ठीक नहीं हुई। हम तो चाहते थे कि पूरे देश में जाति आधारित जनगणना हो, लेकिन केंद्र इसके लिए तैयार नहीं हुआ और कहा कि राज्य को अपना करना है तो करें। हमलोग जनगणना नहीं गणना कर रहे हैं, जाति आधारित गणना। जनगणना करने का अधिकार तो केंद्र के पास ही है। जाति आधारित गणना से सबकी आर्थिक स्थिति का भी पता चलेगा।
Source : Hindustan