साहेबगंज के भाजपा विधायक राजू कुमार सिंह ‘राजू’ पर पारू के सीओ अनिल भूषण ने घर बुलाकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। सीओ का आरोप है कि विधायक ने अपने घर बाड़ादाउद गांव बुलाकर लात से मारकर नीचे गिरा दिया और जातिगत रूप से अपमानित किया। सीओ ने पारू थाने में विधायक पर एफआईआर कराई है। विधायक राजू कुमार सिंह, पारू प्रमुख पति विजय पासवान, अंचल के डाटा ऑपरेटर सोनू कुमार, विधायक प्रतिनिधि प्रभाकर कुमार सिंह को नामजद और 70 अज्ञात को आरोपित किया गया है।
सीओ ने कहा है कि 11 अप्रैल की दोपहर विधायक ने कॉल कर घर आने को कहा। वह राजस्व कर्मचारी सह प्रभारी अंचल निरीक्षक चंद्रदीप कुमार के साथ विधायक के घर पहुंचे। पहुंचते ही विधायक ने गाली-गलौज शुरू कर दी और मारने की धमकी दी। विधायक ने कहा कि उनके संबंधी अंचल के डाटा ऑपरेटर सोनू कुमार को काम से क्यों हटवाया? इसके खिलाफ डीएम को पत्र क्यों भेजा? इस बीच विधायक ने लात मारकर कुर्सी से नीचे गिरा दिया। उन्होंने चंद्रदीप को भी मारा। उधर, विधायक ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि विपक्षी गुट की राजनीति व बहकावे में सीओ ने गलत एफआईआर कराई है।
साहेबगंज विधायक राजू कुमार सिंह ने दाखिल-खारिज में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए पारू सीओ अनिल भूषण व प्रभारी राजस्व अधिकारी चंद्रदीप कुमार के खिलाफ डीएम से शिकायत की है।
विधायक ने आरोप लगाया कि विभाग की ओर से कर्मी द्वारा दाखिल-खारिज पर रोक लगा दी गई है। सीओ ने पत्र जारी करते हुए कर्मी को हल्का आवंटित कर दिया। इसमें अवैध उगाही की गई।छपरा आस निवासी वीरा राम के नाम वासगीत पर्चा निर्गत है।
उक्त जमीन को शैलेश ठाकुर, जीतेंद्र ठाकुर व नवीन ठाकुर के नाम कर दिया गया। दाखिल-खारिज के दौरान कर्मी ने जमाबंदी रैयत के संबंध में पुत्र दर्शाया। इसी तरह दाखिल-खारिज के कई मामलों में गड़बड़ी की गई। विधायक ने मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोनों अधिकारियों को पारू अंचल से हटाने की मांग की गई है। उधर, मामले 15 अप्रैल की तारीख में दर्ज इस एफआईआर की जांच साहेबगंज एसडीपीओ कुमार चंदन ने शुरू कर दी है। प्रभारी अचंल निरीक्षक का बयान लिया गया है।
विधायक राजू कुमार सिंह का कहना है कि साहेबगंज में सहनी समाज के लोगों के मकान अगलगी में जल गए हैं। अनुदान नहीं मिलने पर समाज के लोग उनके पास आए थे। इसको लेकर सीओ को बुलाया था। सीओ ने शॉर्ट सर्किट से अगलगी में अनुदान नहीं मिलने की गलत जानकारी दी। इसी बात को लेकर उन्हें डांटा था। लात मारकर गिराने या गाली-गलौज करने आदि का आरोप बेबुनियाद है। साहेबगंज विधायक ने कहा कि विपक्षी गुट की राजनीति व बहकावे के चक्कर में सीओ ने गलत तरीके से एफआईआर दर्ज कराई है।
Source : Hindustan