(CBSE) ने 2019-20 सत्र के लिए 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किए हैंं। विज्ञान के विद्यार्थियों से प्रैक्टिकल आधारित वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 व 2 नंबर के पूछे जाएंगे। अन्य संकाय कला व कॉमर्स में भी हर विषय के पेपर में एक-एक नंबर के 25 वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) प्रश्न भी होंगे।
नए पैटर्न पर परीक्षा कराने में सीबीएसई की मंशा परीक्षार्थियों की गहन सोच और तर्क क्षमता को बढ़ाने की है। 20 फीसदी प्रश्नों को बहुविकल्पीय और 10 फीसद को रचनात्मक बनाया जाएगा। जिन पेपरों में प्रैक्टिकल नहीं होते हैं, उनमें आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा। ये 20 अंक का होगा।
10वीं में ये हुआ बदलाव
10वीं में उत्तीर्ण होने के लिए अब 100 नंबर में 33 फीसद अंक लाने होंगे। थ्योरी, प्रैक्टिकल के अलग-अलग अंक उत्तीर्ण होने के लिए अनिवार्य नहीं है। परीक्षा में विज्ञान के परीक्षार्थियों को 20 नंबर के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। 2 नंबर के भी प्रश्न होंगे। संक्षिप्त व बड़े उत्तर वाले 3 व 5 नंबर के प्रश्न होंगे।
12वीं में ये होगा मॉडल
वहीं, 12वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए प्रैक्टिकल व थ्योरी दोनों मिलाकर 33 फीसद अंक लाने होंगे। थ्योरी के 70 अंक के पेपर में 23, और 80 अंक वाले पेपर में 26 अंक लाना जरूरी है। आंतरिक मूल्यांकन में 33 फीसद व प्रैक्टिकल में अलग-अलग 33 फीसद अंक जरूरी हैं।
ऐसे होगी प्रैक्टिकल परीक्षा
1 जनवरी से 7 फरवरी तक 10वीं व 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा होगी। प्रत्येक परीक्षा में एक पर्यवेक्षक व एक परीक्षक होंगे। इस दौरान वीडियोग्राफी भी होगी।
15 फरवरी से परीक्षा
सीबीएसई की परीक्षा 15 फरवरी से मार्च तक चलने की संभावना है। शुरुआत इंटर की परीक्षा से होगी। इस दौरान बीच-बीच में हाईस्कूल की परीक्षा होगी। डीएवी पब्लिक स्कूल मालीघाट के वरिष्ठ अध्यापक डीके ठाकुर ने कहा कि ये परीक्षा मार्च तक चलने की संभावना है।
Input : Dainik Jagran