कोरोना वायरस के खौफ से बिहार सरकार ऐहतियातन हर कदम उठा रही है. स्कूल-कॉलेज, कोचिंग संस्थानों के साथ राज्य के सभी सिनेमा हॉल बंद कर दिए गए हैं.
कई स्कूलों में वार्षिक परीक्षा हो रही थी, जिसे तत्काल रोक दिया गया गया है. लेकिन बच्चों शैक्षिक सत्र को नियमित बनाए रखने के लिए सीबीएससी के तर्ज पर बिना परीक्षा लिए प्रोमोट करने पर विचार कर रही है
बिना परीक्षा प्रोमोट करने पर विचार
शिक्षकों के हड़ताल और कोरोना को देखते हुए बिहार सरकार भी बच्चों शैक्षिक सत्र को नियमित बनाए रखने के लिए सीबीएससी के तर्ज पर बिना परीक्षा लिए प्रोमोट करने पर विचार कर रही है. मंगलवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर के महाजन ने यह भी कहा कि विभाग विचार करेगा कि कैसे बिना मूल्यांकन विद्यार्थियों को अगली कक्षा में भेजा जाय. स्थिति सामान्य होते ही इसपर निर्णय होगा.सत्र नियमित रखने को लेकर चिंता
महाजन ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि हर हाल में बच्चों का शैक्षिक सत्र नियमित रहे और उन्हें किसी तरह का नुकसान न उठाना पड़े. पढ़ाई की जो क्षति हुई है उसकी भरपाई को लेकर हमलोग विचार कर रहे हैं. बता दें कि अप्रैल से हर स्कूल-कॉलेज में नया शैक्षिक सत्र शुरू होना है.