चंडीगढ़ के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखे जाने पर पंजाब और हरियाणा सहमत हो गए हैं। शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ इस मुद्दे पर बैठक की। इसमें दोनों राज्यों के बीच नाम को लेकर सहमति बन गई।
हालांकि बैठक के दौरान दुष्यंत चौटाला ने हवाई अड्डे के नाम में ‘पंचकूला’ जोड़ने की सिफारिश भी की लेकिन आखिरकार शहीद भगत सिंह के नाम पर ही सहमति बन गई। मुख्यमंत्री मान ने ट्वीट करके यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि इस हवाई अड्डे के नाम को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच लंबे समय से विवाद बना हुआ था, क्योंकि इसके निर्माण में केंद्र सरकार के अलावा पंजाब और हरियाणा की भी हिस्सेदारी है। केंद्र सरकार इस हवाई अड्डे का नाम चंडीगढ़ एयरपोर्ट ही प्रचारित करती रही है, जबकि पंजाब सरकार इसे मोहाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट बताती रही।
वर्ष 2007 में भगत सिंह के जन्म शताब्दी समारोह पर पंजाब सरकार की ओर से चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नामकरण शहीद-ए-आजम भगत सिंह करने की घोषणा की गई थी। वहीं, हरियाणा सरकार इस हवाई अड्डे का नाम मंगलसेन पर रखना चाहती थी।
इस नाम पर पंजाब और हरियाणा के बीच कभी सहमति नहीं बन सकी। दोनों राज्यों के बीच यह मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट तक भी पहुंचा, जहां दोनों राज्यों को मिल-बैठकर मसला सुलझाने की हिदायत दी गई।
दरअसल चंडीगढ़ एयरपोर्ट नाम भी पंजाब और हरियाणा को रास नहीं आ रहा था। खास बात यह भी है कि दोनों राज्य सरकारों ने अपनी विधानसभाओं में इस हवाई अड्डे के नाम को लेकर कई प्रस्ताव भी पारित किए लेकिन नामकरण नहीं हो सका।
अब दोनों राज्यों के बीच शनिवार को शहीद भगत सिंह के नाम पर सहमति बन जाने के बाद यह प्रस्ताव जल्दी ही केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। यह भी उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार देश के 13 हवाई अड्डों का नामकरण करने का एलान कर चुकी है, जिनमें कुछ राज्यों ने अपने क्षेत्र के हवाई अड्डों के लिए नाम भी प्रस्तावित कर केंद्र सरकार को भेजे हैं। अब पंजाब और हरियाणा की तरफ से भी चंडीगढ़ के हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह पर रखने का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
Source : Amar Ujala