एक ओर आज जहां बेंगलुरु में विपक्षी दलों की महाबैठक हुई तो दूसरी तरफ दिल्ली में आज एनडीए की भी बैठक हुई। इस बैठक में मोदी के हनुमान का वनवास खत्म होता दिखा। पीएम मोदी ने बैठक में अपने हनुमान को गले से लगा लिया। वहीं इस बैठक में चाचा-भतीजे भी गले मिलते देखे जो एक दूसरे के दुश्मन बन बैठे थे।
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में बिहार से चार पार्टियों के नेता शामिल हुए। बीजेपी ने पशुपति कुमार पारस, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को शामिल होने का न्योता दिया था। बैठक में चारों शामिल भी हुए। हालांकि बैठक के दौरान सबसे ज्यादा चिराग पासवान छाए रहे। वहां पर मौजूद बीजेपी के कई वरीय नेताओं ने चिराग पासवान का खास तवज्जो दिया।
करीब तीन साल से एनडीए से दूर चिराग पासवान आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले तो पीएम ने उन्हें गले से लगा लिया। दरअसल एनडीए की बैठक के दौरान जब प्रधानमंत्री मोदी वहां मौजूद नेताओं ने मिल रहे थे। इस दौरान जब वे चिराग के पास पहुंचे तो चिराग ने आगे बढ़ कर उनके पैर छुए। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने चिराग को गले लगा लिया।
इतना ही नहीं बैठक के दौरान चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस भी एक दूसरे से गले मिलते देखे गए। चिराग पासवान जब बैठक में पहुंचे तो वहां पारस पहले से मौजूद थे। जिसके बाद चिराग ने आगे बढ़ कर अपने चाचा के पैर छुए। इसके बाद पारस ने पहले अपने भतीजे का पीठ ठोंक कर आशीर्वाद दिया फिर गले से लगा लिया। हालांकि इससे चाचा भतीजे के बीच की कड़वाहट खत्म होगी या नहीं यह नहीं कहा जा सकता है।