27 सितंबर से 30 सितंबर तक हुई जबरदस्त बारिश के कारण पटना सहित प्रदेश के 15 जिले में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. इस दौरान में पूरे राज्य में बारिश के कारण कम से कम 73 लोगों की मौत हो चुकी है.
बिहार की राजधानी पटना के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद 8 दिनों से पानी भरा हुआ है. बाढ़ के बाद पटना के हालातों को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर सवाल खड़े हो रहे है. एबीपी न्यूज़ पर आज नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने बड़ा खुलासा किया है. सुरेश शर्मा ने पटना के बिगड़े हालातों के लिए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ही सवाल उठा दिए हैं.
नगर निगम के कमिश्नर सुनते नहीं हैं- नगर विकास मंत्री
एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने दावा किया है कि पटना नगर निगम के कमिश्नर उनकी सुनते नहीं थे. वो सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुनते थे, क्योंकि उनके ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार नीतीश के ही पास था.’’ उन्होंने कहा, ‘’नीतीश ने अधिकार का खूब इस्तेमाल किया. चार चार कमिश्नर बदल दिए लेकिन देखिए आज हाल क्या है.’’ सुरेश शर्मा ने एक और दावा किया कि पटना का मैप भी नगर निगम के पास नहीं है. बता दें कि नगर निगम का बजट चार हजार करोड़ का है.
उफान पर है पुनपुन नदी, पटना में बाढ़ का खतरा बरकार
बता दें कि पटना में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. भले ही शहर में जमा पानी घट रहा हो, लेकिन पुनपुन नदी उफान पर है. पुनपुन खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है. कई जगह पानी तटबंधों को तोड़ता हुआ ग्रामीण इलाकों में घुस गया है. जिससे पटना के कई गांव डूब गए हैं. पटना में पानी के प्रहार से घबराए लोग पलायन करने को मजबूर हैं. पुनपुन के विकराल रुप को देखते हुए पटना-गया रेल रुट को फिलहाल बंद कर दिया गया है.
वहीं, बाढ़ के हालात को देखते हुए प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है. पटना में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों कंकडबाग, राजेंद्रनगर और पाटलिपुत्र में बैंक, दुकानें, निजी अस्पताल और कोचिंग संस्थान एक हफ्ते से बंद हैं.
बाढ़-बारिश से 73 लोगों की मौत
गौरतलब है कि 27 सितंबर से 30 सितंबर तक हुई जबरदस्त बारिश के कारण पटना सहित प्रदेश के 15 जिले में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. इस दौरान में पूरे राज्य में बारिश के कारण कम से कम 73 लोगों की मौत हो चुकी है.