मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। उन्‍हाेंने कहा कि जदयू बिहार में विधानसभा का चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ेगा। उन्‍होंने फिर से साफ कर दिया कि एनडीए एकजुट है। हालांकि उन्‍होंने मीडिया के पूछे जाने पर यह भी कहा कि केंद्र में सांकेतिक प्रतिनिधित्‍व आज भी स्‍वीकार्य नहीं। इसके साथ ही मुख्‍यमंत्री नीतीश ने जदयू के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष व राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशाेर पर भी बड़ी बात कही। जदयू के सदस्‍यता अभियान के दौरान मीडिया के सवालों का मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार जवाब दे रहे थे।

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू 2020 में होनेवाले बिहार विधानसभा का चुनाव भाजपा के साथ रहकर ही लड़ेगा। उन्‍होंने कहा कि बिहार में एनडीए पूरी तरह एकजुट है। रैली में एनडीए ने अपनी ताकत भी दिखा चुका है। उन्‍होंने फिर से कहा कि केंद्र में भाजपा पूर्ण बहुमत है और हम उनके साथ हैं। ऐसे में जदयू के कैबिनेट में शामिल होना कोई जरूरी नहीं है। उन्‍होंने कहा कि सांकेतिक प्रतिनिधि आज भी स्‍वीकार्य नहीं। गौरतलब है कि बिहार में जदयू के 16 सांसद हैं, लेकिन मोदी कैबिनेट में जदयू शामिल नहीं है।

इधर नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष प्रशांत किशोर पर भी खुलकर बोले। उन्‍होंने कहा कि यह सही है कि प्रशांत किशोर की कंपनी अलग-अलग नेताओं के लिए काम करती है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ काम किए जाने के बाबत नीतीश ने कहा कि प्रशांत किशोर खुद एक्सप्लेन करेंगे, अपनी स्थिति। उन्‍होंने कहा कि प्रशांत किशोर से पार्टी क्या पूछेगी, यह सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।

गौरतलब है कि तीन दिन पहले उस समय बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई, जब यह बात सामने आई कि प्रशांत किशोर जदयू में रहते हुए टीएमसी के लिए काम करेंगे। इसे लेकर सियासत तेज हो गई, लेकिन जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सह मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार सामने आए हैं। बता दें कि प्रशांत किशोर जगनमोहन रेड्डी के साथ अभी काम किए हैं।

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