उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आयोजित 36वें अखिल भारतीय अधिवक्ता क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने खुद भी क्रिकेट पिच पर उतरकर दो शानदार शॉट लगाए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। अपने संबोधन में उन्होंने टीम भावना के महत्व को रेखांकित किया और अधिवक्ताओं को खेल के माध्यम से एकजुटता और सामूहिक प्रयासों की प्रेरणा दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल जीवन में टीम वर्क के महत्व को समझाता है और कठिन परिस्थितियों से निपटने की नई प्रेरणा देता है। हर जीत हमें आगे बढ़ने का उत्साह देती है, जबकि हार हमें नई सीख देती है। इस अवसर पर सीएम योगी ने टूर्नामेंट की ट्रॉफी का अनावरण किया और खिलाड़ियों के साथ फोटो भी खिंचवाई। उन्होंने सभी टीमों के कप्तानों को किट्स वितरित करते हुए उनका हौसला बढ़ाया।
सीएम योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाएं चला रही है। ओलंपिक या पैरालंपिक्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार करोड़ों रुपये का पुरस्कार देती है। स्वर्ण पदक विजेताओं को 6 करोड़, रजत पदक विजेताओं को 3 करोड़ और कांस्य पदक विजेताओं को 1 करोड़ रुपये की धनराशि दी जाती है। टीम इवेंट्स में यह राशि क्रमशः 3 करोड़, डेढ़ करोड़ और 75 लाख रुपये है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि खिलाड़ियों को पदक जीतने पर राज्य में सरकारी नौकरी में सीधी भर्ती की सुविधा दी गई है। उदाहरण के तौर पर टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले ललित उपाध्याय को पुलिस में डिप्टी एसपी के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही कई अन्य खिलाड़ियों को भी इसी तरह की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। अब तक 500 खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश सरकार ने सीधी भर्ती के तहत नौकरी दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगली बार अधिवक्ता क्रिकेट टूर्नामेंट में महिला वकीलों की टीम भी शामिल होनी चाहिए, क्योंकि महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं।