NRC और CAA के विरोध में बिहार में 19 दिसम्बर को वाम दल सहित कई और पार्टियों ने बंद का आह्वान किया था तो अब बारी राजद की है। राजद ने वामदलों का साथ छोड़कर अपने बूते 21 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है। बंद का नेतृत्व खुद तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) करेंगे। बिहार बंद के पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सहित प्रशासन को भी साफ़ साफ़ चेतावनी दे दी है कि अगर राजद के बंद पर सरकार की तरफ़ से किसी ने भी हानि पहुंचाने की कोशिश की तो अंजाम भुगतने को तैयार रहें।
तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी राजनीतिक पार्टी हो या आम लोग, विरोध करने का सबको अधिकार है। अब ये प्रशासन और शासन में बैठे लोगों को तय करना है कि वो कैसे बंद को मैनेज करेंगे। हमने शांतिपूर्ण बंद का एेलान किया है और किसी तरह की अशांति नहीं चाहते।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कf नीतीश कुमार की हालत सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को वाली हो गई है। तेजस्वी ने कहा कि पहले नीतीश कुमार अपने रूदाली लोगों से रूलावाने का काम कर रहे थे।
तेजस्वी ने रूदाली का मतलब समझाते हुए कहा कि इसका मतलब ये होता है पहले राजा के घर में कोई मर जाता था, तो रोने के भाड़े पर लोगों को बुलाया जाता था। लेकिन अब खुद नीतीश कुमार रूदाली की भूमिका में आ गए हैं। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि जब नीतीश कुमार ने बीजेपी को छोड़ा था तब बीजेपी जलाओ पार्टी थी और अब ठीक हो गई है।
तेजस्वी ने सीएम के कल के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस की गोद में बैठकर नीतीश कुमार कह रहे हैं हम किसी को कुछ नहीं होने देंगे। नीतीश कुमार की पार्टी ने राज्यसभा और लोकसभा में बिल का समर्थन किया है। नीतीश कुमार अभी रोएंगे, अभी वो चीख चीखकर रोएंगे। बिहार की जनता अनाड़ी नहीं है।