ऐसे वक्त में जब कोरोना के चलते दुनियाभर में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है और लाखों लोग इससे संक्रमित होकर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, सरकार देश को लॉकडाउन के साथ ही कई ऐसे उपाय करने जा रही है ताकि इस महामारी की रोकथाम संभव हो सके।
जल्द आ रहा कोरोना से अलर्ट करने वाला एप
जी हां, भारत सरकार जल्द ही एक ऐसा मोबाइल एप लाउंच करने जा रही है जो कोरोना की रोकथाम में अहम टूल साबित होगा।सरकार का मकसद है कि स्मार्टफोन ऐप लॉन्च करके यूजर्स की मदद हो सके और वे यह जान सकें कि क्या वे कोरोना से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं या नहीं। इस मोबाइल एप्लीकेशन का नाम दिया गया है- कोरोना कवच।
रिपोर्ट में यह कहा गया है कि एप्लीकेशन मोबाइल के एंड्रायड वर्जन के स्मार्ट फोन लिए तैयार हो चुका है लेकिन एपल यूजर्स के लिए इस पर अभी काम किया जा रहा है। इस एप्लीकेशन को मिनिस्ट्री ऑफ इलैक्ट्रोनिक्स और नीति आयोग की तरफ से तैयार किया जा रहा है और जल्द ही जारी किया जाएगा।
सार्क सदस्य देशों को पीएम ने किया था ऑफर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में सार्क के सदस्य देशों को हाल में यह वायरस ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर ऑफर किया है, जिनमें भारत के साथ उसके पड़ोसी पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, मालदीव और बांग्लादेश शामिल हैं। ऐसा प्रयास है कि यह एप हिन्दी और अंग्रजी के अलावा कई क्षेत्रीय भाषाओं में तैयार किया जाए।
इस एप के बारे में ऐसा कहा जा रहा है कि स्टेज 2 में यूजर्स के लोकेशन पर लगातार नजर रख कम्युनिटी ट्रांसमिशन को चेक कर कोरोना वायरस के रोकने का प्रयास किया जा सकता है। यह यूजरों को यह जांचने में मदद करेगा कि क्या वे उन लोगों के रास्ते से गुजरे हैं जिन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
व्यक्तिगत पहचान नहीं करेगा उजागर
सरकार ने सभी कोरोना पॉजिटिव के डेटा तैयार किया है, ऐसे इस एप से अगर को क्वरंटाइन का उल्लंघन कर कोई पॉजिटिव या संदिग्ध भागता है तो सरकार एजेंसियों को मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह एप पॉजिटिव केस या संदिग्ध की व्यक्तिगत पहचान को उजागर नहीं करेगा।
इस एप में तीन कोड हैं जो – हरा, पीला और लाल है। इसमें हरे कोड का मतलब है कि आप पूरी तरह सुरक्षित हैं। पीले कोड का मतलब है कि आप किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए हैं। वहीं लाल कोड का मतलब है कि आप कोरोना संक्रमति हो चुके हैं।