पटना, नीरज कुमार। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पटना के राजकीय आयुर्वेद कॉलेज ने देसी सैनिटाइजर बनाया है। इसे बनाने में नीम, तुलसी, फिटकरी एवं कपूर का इस्तेमाल किया गया है। राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिनेश्वर प्रसाद कहते हैं कि आयुर्वेद में देसी सैनिटाइजर बनाने की पुरानी परंपरा है। यह कोरोना के संक्रमण को रोकने में तो सहायक होगा ही, इसका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।
आप भी ऐसे बना सकते हैं सैनिटाइजर
कॉलेज के वैद्य डॉ. रमेश रंजन ने बताया कि आमलोग भी घर पर देसी सैनिटाइजर का निर्माण कर सकते हैं। एक किलो पानी में नीम की पत्ती 500 ग्राम, नीम एवं तुलसी पत्ती 250 ग्राम डालकर धीमी आंच पर गर्म करें। गर्म पानी की मात्रा आधी यानी 500 ग्राम बच जाए, तब उसमें 100-100 ग्राम कपूर और फिटकरी डालें। थोड़ी देर उसे ठंडा होने दें। इसके बाद बोतल या किसी पात्र में रखकर उपयोग कर सकते हैं।
विशेष शोध के लिए भेजा गया अनुमति पत्र
राजकीय आयुर्वेद कॉलेज ने इसके व्यापक प्रचार-प्रसार एवं उपयोग के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा है। प्राचार्य का कहना है कि इसपर विशेष शोध के लिए कॉलेज के विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है। टीम सैनिटाइजर की गुणवता में सुधार के लिए काम करेगी। कॉलेज की कोशिश है कि इसे बाजार में बिक रहे सैनिटाइजर का विकल्प तैयार किया जाए।
छोटी पटनदेवी में भी हो रहा उपयोग
पटना के छोटी पटनदेवी मंदिर के मुख्य पुजारी विवेक द्विवेदी का कहना है कि मंदिर में देसी सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है। इसका कोई नुकसान भी नहीं दिख रहा है। लोग इसके सुगंध को भी काफी पसंद कर रहे हैं।
Input ” Dainik Jagran