ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस को रोकने के मकसद से सोमवार से लॉकडाउन शुरू कर दिया है। यह फैसला तब लिया गया जब केसेज की संख्या में एकदम से इजाफा हुआ। देश मे पब्स, क्लब्स और जिम के अलावा चर्च भी पूरी तरह से बंद हो चुके हैं। सरकार का मकसद देश के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग को बढ़ावा देना था। सरकार ने कई बार लोगो को ऐसा न करने की सलाह भी दी थी मगर लोग बीच, बार और रेस्टोरेंट्स में जमकर इकट्ठा हो रहे थे। इस वजह से सरकार ने लॉकडाउन का फैसला किया।
पीएम बोले छह माह त के लिए रहिए तैयार
माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया में लॉकडाउन छह माह तक जारी रह सकता है। देश में इस समय कोरोना वायरस के 110 केसेज आ चुके हैं जिनमें सर्दन-पूर्वी राज्यों जैसे विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स में संख्या सबसे ज्यादा है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमत्री स्कॉट मॉरिसन ने सोमवार को संसद में कहा था कि काम के बाद अब कोई पब नहीं जाएगा और न ही सुबह किसी को जिम जाने की जरूरत है। लोगो को कैफे में भी बैठने की मंजूरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि देश के सामने इस समय स्वास्थ्य और आर्थिक चुनौतियां बहुत बड़ी हैं। मॉरिसन ने इस समय को ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए एक मुश्किल वक्त करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों को संसद से चेतावनी दी कि उन्हें अगले छह माह तक के लिए शटडाउन के लिए तैयार रहना होगा।
ऑस्ट्रेलिया की सरकार की तरफ से जनता को लगातार चेतावनी दी जा रही थी। मगर कुछ नागरिक सोशल डिस्टेंसिंग के अनुरोध और चेतावनी को नजरअंदाज कर बोंडी बीच और रेस्टोरेंट्स में पहुंच रहे थे और हाल के दिनों में देश के पब्स और बार में भीड़ काफी बढ़ गई थी। मॉरिसन ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कड़े कदमों की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने गैर-जरूरी सेवाओं जिसमें इंडोर स्पोर्टिंग कार्यक्रम, पब्स, सिनेमा हॉल, बार और चर्च शामिल थे, को बंद करने के आदेश दे दिए थे। सोमवार से ही इन्हें बंद कर दिया गया है। लोकल अथॉरिटीज की तरफ से भी बीच को बंद किया जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के कई हिस्सों में गर्मियां शुरू हो गई हैं और इस वजह से भारी तादाद में लोग इकट्ठा होने लगे थे। हालांकि कैफे और रेस्टोरेंट्स में टेक अवे ऑर्डर लिए जाएंगे और साथ ही डिलीवरी भी चालू रहेगी।