नई दिल्ली. दिल्ली सरकार ने ऑटो-टैक्सी, आरटीवी और ई-रिक्शा चलाने वालों को जल्द ही 5-5 हजार रुपये देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) का कहना है कि उनके पास लगातार ऑटो-टैक्सी और ई-रिक्शा वालों के फोन आ रहे हैं. कोरोना (Coronavirus) और लॉकडाउन (Lockdown) के चलते वो भुखमरी के कगार पर हैं. उनके घरों में राशन नहीं हैं. लेकिन हमारी मजबूरी यह है कि उनके बैंक खातों की जानकारी हमारे पास नहीं है. फिर भी हम कोशिश कर रहे हैं. हमें कुछ वक्त चाहिए. आप लोग थोड़ा सब्र रखें. वहीं, उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में रोजाना एक वक्त में 5 से 6 लाख लोग खाना खा रहे हैं. उन्होंने सभी से लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है.
सरकारी कर्मचारी डयूटी पर नहीं आया तो होगी सजा
गृह सचिव ने सभी राज्यों को लेटर जारी करते हुए ये भी कहा है कि अगर कोई सरकारी कर्मचारी बिना उचित कारण के डयूटी पर नहीं आता है और छुट्टी कर लेता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उसके खिलाफ केस चलाया जाएगा. उसे एक साल तक की सजा हो सकती है. अफवाह या गलत मैसेज फैलाने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें एक से दो साल तक के लिए जेल भी भेजा जा सकता है.
मेडिकल स्टाफ और मरीज खाएंगे ताज होटल का खाना
इससे पहले दिल्ली में कोरोना संकट के मद्देनजर आज फाइव स्टार होटल ताज ने बड़ा दिल दिखाते हुए महामारी से लड़ाई लड़ रहे मेडिकल स्टाफ के लिए फ्री में खाने की सप्लाई करने का ऐलान किया है. मरीजों के लिए खाना भी इसी होटल की ओर से पहुंचाया जाएगा. इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने होटल ललित के बाद अब होटल लीला को भी किराए पर ले लिया है. यहां डॉक्टरों के साथ उनका पैरा मेडिकल स्टाफ भी ठहरेगा. इस होटल में गुरु तेगबहादुर अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का स्टाफ रुकेगा. यह घोषणा दिल्ली सरकार के हेल्थ मिनिस्टर सतेंद्र जैन ने की है.
Input : News18