नई दिल्ली. भारत में लॉकडाउन से अनलॉक के सिलसिले के बीच कोरोना वायरस (Coronavirus) खतरनाक होता जा रहा है. खासकर जुलाई में इसकी रफ्तार बेकाबू होती दिख रही है. महीने की शुरुआत यानी 1 जुलाई को देश में 6 लाख कोरोना केस थे, जो महज 13 दिन में 9 लाख पहुंचने को हैं. एक जुलाई को भारत (India) में करीब 19 हजार केस आए थे, जो अब रोजाना 27-28 हजार तक आने लगे हैं. इससे भी अधिक चिंताजनक मौत के आंकड़े हैं, जो 23 हजार को पार कर चुके हैं. देश में कोविड-19 (Covid-19) का डेथ रेट भी 16 से बढ़कर 17 हो गया है. हालांकि, दुनिया का डेथ रेट भारत से कहीं ज्यादा है.
भारत में रविवार रात 11.30 बजे तक कोरोना वायरस के कुल केस 8.78 लाख हो चुके थे. वर्ल्डोमीटर के मुताबिक इनमें से 5.54 लाख लोग इस महामारी से मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं. जबकि 3.01 लाख लोग अब भी एक्टिव केस की लिस्ट में हैं. यानी, वे अभी कोरोना की चपेट में हैं. करीब 23.18 हजार लोग जान गंवा चुके हैं. भारत सबसे अधिक कोरोना वायरस केस के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर है. अमेरिका पहले और ब्राजील दूसरे नंबर पर हैं.
रोज बढ़ रहे 27-28हजार केस
भारत में कोरोना का पहला केस 30 जनवरी को सामने आया था. शुरुआत में नए केस आने की रफ्तार धीमी रही. जून खत्म होते-होते रोजाना 19 हजार केस सामने आने लगे. जुलाई में तो यह पूरी तरह बेकाबू हो गया है. अभी आधी जुलाई भी नहीं बीती है कि रोजाना 27-28 हजार केस रोजाना आने लगे हैं. जुलाई के पहले हफ्ते के केस को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि भारत में 9 लाखवां केस 14 जुलाई को आएगा. लेकिन ऐसा एक दिन पहले ही होने जा रहा है.
डेथ रेट बढ़कर 17 हुआ
भारत में कोरोना के केस और मौतें बढ़ने के साथ ही डेथ रेट भी बढ़ रहा है. जून के पहले सप्ताह में भारत में डेथ रेट 4 (प्रति 10 लाख आबादी पर) था, जो अब बढ़कर 17 पहुंच चुका है. दुनिया का औसत डेथ रेट 73 है. शायद यही कारण है कि भारत सरकार कोरोना का जिक्र करने पर डेथ रेट और रिकवरी रेट की बात करना नहीं भूलती. हालांकि, एक पहलू यह भी है कि डेथ रेट एशिया के ज्यादातर देशों में कम है. बांग्लादेश और पाकिस्तान में डेथ रेट क्रमश: 14 और 24 है.
63% से ज्यादा मरीज ठीक हो गए
इस कहर के बीच एक राहत की भी खबर है. देश में 5.54 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं. यह कुल संक्रमित मरीजों का 63% से अधिक है. यानी, भारत में कोरोना वायरस को हराने वाले लोगों का औसत या रिकवरी रेट 63% है. वर्ल्डोमीटर के मुताबिक यह दुनिया के सामूहिक औसत (58%) से बेहतर है.
Input : News18