नई दिल्ली. कोरोना (Corona) पीड़ितों का इलाज कर रहे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है. अस्पताल में मांग के अनुसार पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई किट), मास्क और सेनेटाइजर की सप्लाई नहीं होने के चलते अब रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने एक पत्र जारी कर डोनेशन की मांग की है. इस पत्र के अनुसार कोरोना से लड़ने के लिए चिकित्सकों के साथ ही अन्य मेडिकल स्टाफ के लिए करीब 50 हजार पीपीई किट (Personal Protective Equipment), 50 हजार एन 95 मास्क, 3 लाख ट्रिपल लेयर मास्क और करीब 10 हजार सेनेटाइजर बोतल (500 एमएल) की जरूरत है.
हजारों की संख्या में हैं डॉक्टर और कर्मचारी
पत्र के अनुसार कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में सफदरजंग अस्पताल को नोडल सेंटर बनाया गया है. यहां पर पीड़ितों के इलाज, आइसोलेशन और क्वारेंटाइन की व्यवस्था की गई है. बताया गया है कि यहां पर 500 फैकल्टी मेंबर्स के साथ ही 1700 रेजिडेंट डॉक्टर्स और 200 का नर्सिंग स्टाफ मौजूद है. वहीं 807 बेड वाले सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक को भी हाल ही में कोविड-19 ब्लॉक में तब्दील कर दिया गया है. पत्र में लिखा गया है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अस्पताल प्रशासन अपना पूरा सहयोग दे रहा है लेकिन फिर भी मांग के अनुसार जरूरी सामानों की सप्लाई नहीं हो पा रही है. ऐसे में अस्पताल ने सभी से अपील की है कि वे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई किट), मास्क और सेनेटाइजर जैसे जरूरी सामान को दान करें.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था संसाधनों की है कमी
इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में 50 हजार पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्युपमेंट यानी पीपीई किट की जरूरत है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पीपीई की सख्त कमी है. उन्होंने कहा था कि डॉक्टरों के साथ ही चिकित्साकर्मी भी लगातार लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं और अपनी जान की परवाह किए बगैर सभी का इलाज कर रहे हैं, लेकिन कुछ जरूरी सामानों के न होने के चलते उनको खतरा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा था कि हमारे पास कोरोना वायरस के इलाज में जरूरी पीपीई किट का बहुत अभाव है. जैन ने कहा कि सिर्फ 7 से 8 हजार पीपीई किट बचे हैं, जिनसे अगले दो-तीन दिनों तक काम चलाया जा सकता है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने तत्काल 50 हजार पीपीई किट की मांग की है, जो उपलब्ध कराया जाना जरूरी है.
सफदरजंग में मिले थे दो डॉक्टर कोरोना पीड़ित
इससे पहले सफदरजंग अस्पताल के ही दो चिकित्सक कोरोना पीड़ित मिले थे. ये दोनों पति-पत्नी थे और कुछ दिन पहले ही विदेश यात्रा कर लौटे थे. दोनों ने ही अस्पताल प्रबंधन को अपनी यात्रा के संबंध में जानकारी नहीं दी थी, जिसके चलते इनकी स्क्रीनिंग नहीं हो सकी थी. मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने सख्ती दिखाते हुए आदेश जारी किया था कि डॉक्टरों को अनिवार्य रूप से अपनी विदेश यात्रा की जानकारी देनी है नहीं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी.
Input : News18