श्रावण मास की छठी और पुरुषोत्तम मास की चौथी व आखिरी सोमवारी पर जलाभिषेक के लिए कांवरियों का जत्था शनिवार दोपहर बाद से जिले में प्रवेश करने लगा। वे देर रात फकुली से लेकर रामदयालु तक डेरा डालने लगे। इधर, जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम शनिवार दोपहर से ही गरीबनाथ मंदिर से लेकर वैशाली सीमा के फकुली ओपी तक तैनात हो गई। इसबार मौसम अनुकूल रहने से कांवरियों का जत्था चौथी व पांचवीं सोमवारी की तुलना में अधिक संख्या में पहुंच रहा है।

बाबा गरीबाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने बताया कि शहर के श्रद्धालु मंदिर में जलाभिषेक रविवार सुबह से दिन के 12 बजे तक और दोपहर दो बजे से रात 8.30 बजे तक गर्भगृह में कर सकेंगे। कांवरियों का जलाभिषेक रात 830 बजे से शुरू होगा। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार पूर्व की तरह अरघा पर उन्हें जलाभिषेक करना होगा, जो अनवरत चलेगा। सोमवार की दोपहर में बाबा का शृंगार पूजन किया जाएगा, उसके बाद श्रद्धालु गर्भगृह में शाम तक जलाभिषेक कर सकेंगे। इसबार कांवरियों के साथ-साथ स्थानीय श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने का अनुमान है। सेवा दल के सदस्य सुबह से ही सक्रिय रहेंगे। मंदिर में महिला सेवादल भी तैनात रहेगा।

एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि छठी सोमवारी को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है।

कांवरिया पथ पर वाहनों का प्रवेश शनिवार दोपहर से ही रोक दिया गया है। पूर्व की तरह जगह-जगह गरीबनाथ मंदिर से लेकर फकुली तक सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। जगह-जगह दंडाधिकारी भी तैनात रहेंगे। कांवरियों के रहने की व्यवस्था आरडीएस कॉलेज परिसर में बने टेंट सिटी में की गयी है। वहां पर सुरक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, शौचालय एवं विश्राम की पूरी व्यवस्था कराई गई है। सिविल सर्जन उमेशचंद्र शर्मा ने बताया कि फकुली से लेकर बाबा गरीबनाथ मंदिर तक स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात कर दी गई है। मंदिर के पास पूर्व की तरह दो शिविर लगाए गए हैं।

Source : Hindustan

Pooja

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