पटना. बिहार पुलिस में सिपाही पद के लिए इन दिनों पटना में शारीरिक दक्षता परीक्षा (Bihar Police Constable Recruitment Physical Efficiency Test) चल रही है. इस परीक्षा में हर दिन फर्जीवाड़ा के आरोप में 25 से 30 अभ्यर्थी पकड़े जा रहे हैं. अब तक 300 से अधिक अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. सिपाही परीक्षा की जिम्मेवारी केंद्रीय चयन परिषद (CSBC) पर है और उसका आरोप है इन परीक्षार्थियों ने लिखित परीक्षा में अपनी जगह दूसरे लोगों को बिठाया था. सवाल यही है केंद्रीय चयन परिषद लिखित परीक्षा लेने में कैसे चूक गया कि इतनी भारी संख्या में परीक्षार्थियों ने अपनी जगह दूसरे को बिठा दिया.
न्यूज़ 18 की टीम ने दक्षता परीक्षा में फर्जीवाड़े पर जानकारी लेने चाही लेकिन केंद्रीय चयन परिषद से जुड़े कोई भी अधिकारी इस बारे में बात करने को तैयार नहीं हैं. बता दें कि बिहार पुलिस सिपाही भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा (Bihar Police Constable Recruitment Physical Efficiency Test) में शामिल होने वाले ये सभी आरोपित कागजातों की जांच के दौरान पकड़े गए. कागजातों के सत्यापन में न तो इनकी फोटो मिली और न ही बायोमीट्रिक अंगूठे का निशान मिला. माना जा रहा है कि लिखित परीक्षा में सभी ने अपनी जगह सॉल्वरों को बैठाया था.
जानकारी के मुताबिक, बिहार सेंट्रल सिलेक्शन बोर्ड द्वारा आयोजित कराई जा रही बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती के पीईटी एग्जाम में करीब 300 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार लिए गए सभी आरोपियों को 2-5 लाख रुपये प्रति पोस्ट दिए गए थे.
हालांकि सीएसबीसी का दावा है कि फर्जीवाड़ा करके कोई भी अभ्यर्थी स्क्रीनिंग टेस्ट पास नहीं कर पाएगा, क्योंकि अभ्यर्थियों की पहचान और उनके दस्तावेजों की जांच बहुत सावधानीपूर्वक की जा रही है. फिलहाल, पुलिस इस मामले का अनुसंधान कर रही है. अभी इस मामले में और गिरफ्तारियां होनी बाकी हैं.
Source : News18