साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों में साइबर कमांडो विंग स्थापित करने की योजना बनाई है। इस पहल के तहत पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण देकर साइबर अपराधों से निपटने में दक्ष बनाया जाएगा।
पुलिस मुख्यालय ने जिलों से ऐसे पुलिसकर्मियों के नाम मांगे हैं, जो इस टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं। इन पुलिसकर्मियों को स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना होगा, जिसमें पास होने के बाद ही उनका चयन होगा। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा तैयार सिलेबस के आधार पर चयनित पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस विंग में आईटी सिक्योरिटी और डिजिटल फोरेंसिक में विशेषज्ञता रखने वाले पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए जिलों ने अपने नाम मुख्यालय को भेजने शुरू कर दिए हैं।
साइबर अपराधों में डेटा चोरी, साइबर बुलिंग, डिजिटल स्टॉकिंग, बायोमीट्रिक डेटा का दुरुपयोग, और बिना अनुमति किसी की निजी छवि का इस्तेमाल जैसे मामले शामिल हैं। यह नई पहल इन अपराधों पर लगाम लगाने में मदद करेगी।