MUZAFFFARPUR : डेविड गिरोह का कुख्यात शूटर विशाल पांडेय गैंगवार में मारा गया । अहियापुर के सलेमपुर गांव में सोमवार शाम चार बजे शव बंद बोरे में मिला। नारियल की रस्सी से हाथ-पैर बांधने के बाद गर्दन रेतकर उसकी हत्या की गई व शव बोरे में डालकर अपराधियों ने सलेमपुर गांव में सुनसान जगह पर फेंक दिया।
एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि अहियापुर में एक बोरे में गर्दन रेता हुआ युवक का शव मिला था। उसकी पहचान हिस्ट्री शीटर विशाल पांडेय के रूप में हुई है। आशंका है कि आपराधिक गिरोह के बीच विवाद में उसकी हत्या की गई है। उसके परिजन से पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है।
मृतक विशाल पांडेय अहियापुर के बखरी गांव का था। पांच दिन पहले ही जमानत पर जेल से निकला था। उस पर हत्या, लूट, डकैती, छिनतई, आर्म्स एक्ट और मादक पदार्थ के एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं। अहियापुर के पटियासा में 19 अप्रैल 2019 को फोरलेन किनारे गोदाम में घुसकर लूट के दौरान गल्ला व्यवसायी की गोली मारकर हत्या करते हुए सीसीटीवी फुटेज में वह दिखा था। पुलिस ने उसे 30 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया था।
अहियापुर में गैंगवार में मारा गया कुख्यात शूटर विशाल इतना शातिर था कि छह साल पहले 20 मई 2018 को पुलिस को चकमा देकर एसकेएमसीएच से हथकड़ी समेत फरार हो गया था। तब उसे अहियापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हाजत में ही तबियत बिगड़ने का बहाना बनाया। जब पुलिस इलाज के लिए एसकेएमसीएच ले गई तो शौच जाने के बहाने बाथरूम में गया और हथकड़ी समेत वेंटिलेटर तोड़कर फरार हो गया था।
अहियापुर पुलिस ने बताया कि लूट और छिनतई के दौरान हल्का विरोध होने पर विशाल गोली मार देता था। 19 मई 2018 को बखरी में उसने पूर्णिया के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का फेरी करने वाले को पर्स छीनने के दौरान गोली मार दी थी। पुलिस ने बताया कि इसी कांड में उसकी गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद वह एसकेएमसीएच से भाग निकला था। इसके अलावा अहियापुर में कई डकैती और लूट कर चुका है। इसके गिरोह में आधा दर्जन से अधिक शातिर अपराधी है। इसका साथी डेविड सिवाइपट्टी में पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ था। इसी मुठभेड़ में राशिद उर्फ डेविड, कौशल दास और संतोष सहनी उर्फ बैगन घायल हुआ था। तीनों ने कार्बाइन से पुलिस पर गोली चलाई थी, जिसमें तत्कालीन डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय और सिवाइपट्टी थानेदार मनमोहन कुमार बाल-बाल बचे थे। इससे पहले विशाल के गिरोह ने कांटी के तत्कालीन थानेदार संजय सिंह पर फायरिंग की थी।
आशंका है कि हत्या किसी दूसरी जगह करने के बाद शव लाकर सलेमपुर गांव में फेंका गया है। मृतक के दाएं हाथ में स्टील का कड़ा और रक्षासूत्र बंधा था। बोरे में शव के साथ एक टूटा हुआ मोबाइल और चाकू भी मिला। जब्त मोबाइल मृतक का ही है या किसी अन्य का, पुलिस इसकी जांच कर रही है। जहां से शव मिला है, वहां पहुंचने के सभी रास्तों पर सीसीटीवी की जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि फुटेज खंगाला जा सके।
एसकेएमसीएच के पीछे फोरलेन से करीब 500 मीटर दक्षिण सलेमपुर गांव में बकरी चरा रहीं बच्चियों ने बोरा में शव देखकर शोर मचाया। तब आसपास के लोग जुटे। पुलिस को भी सूचना दी गई। बोरा खोला गया तो उसमें शव मिला। भीड़ को शव दिखाया गया, लेकिन किसी ने पहचान नहीं की। तब पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के कुछ देर के बाद विशाल के परिजन कुछ ग्रामीणों के साथ मेडिकल पहुंचे, जहां शव की पहचान की गई। जेल से छूटने के बाद बीते दो दिन से विशाल लापता था। अक्सर घर से बाहर रहने के कारण परिजन अपने स्तर से उसके संबंध में पता लगा रहे थे, लेकिन थाने में शिकायत नहीं की थी।
Source : Hindustan