धनतेरस पर खरीदारी और सही मुहूर्त पर पूजा का अपना महत्व है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, अगर धन के देवता कुबेर और स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरी की कृपा प्राप्त करनी है, तो सही मुहूर्त पर पूजा करनी चाहिए. सही समय और सही विधि विधान से मां लक्ष्मी की पूजा करने के घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती.

धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त

सौभाग्य और सुख की वृद्धि के लिए आज के दिन मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन धनवंतरी का जन्म हुआ था इसलिए इसे धनतेरस कहते हैं. धनतेरस की शाम परिवार की मंगलकामना और अच्छी सेहत के लिए यम नाम का दीपक जलाया जाता है. इस बार धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त 19:10 से 20:15 तक का है. इस धनतेरस पर प्रदोष काल-17:42 से 20:15 तक और वृषभ काल-18:51 से 20:47 तक रहेगा.

इस दिन खरीदे गए सामानों की भी पूजा की जाती है. माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से घर में सौभाग्य, खुशहाली और संपन्नता बनी रहती है और जातकों को ऋण के बोझ से मुक्ति मिलती है. अगर एक भी पूजा सामग्री पूजा में न हो तो इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.

धनतेरस पूजा सामग्री लिस्ट:

सुपारी: सुपारी का इस्तेमाल पूज में शुभ होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूजा करते समय सुपारी को ब्रह्मदेव, यमदेव, वरूण देव और इंद्रदेव का रूप माना जाता है. धनतेरस के बाद सुपारी को आलमारी में रखना शुभ माना जाता है.

पान: पान का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में शुभ माना गया है. मान्यता जे अनुसार देवी देवता पान के पत्ते में वास करते हैं. यही वजह है कि धनतेरस की पूजा में पान के पत्तों का इस्तेमाल होता है.

धनिया के बीज: मान्यता है कि धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी को धनिया के साबुत बीज चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और दरिद्रता दूर होती है.

खील बताशे: खील और बताशे को मां लक्ष्मी का प्रमुख भोग माना जाता है. ऐसी भी मान्यता है कि मां को खील बताशे अर्पित करने से अभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलती है.

कपूर: कपूर को तुलसी के अर्क से बनाया जाता है. पूजा पाठ में इसका इस्तेमाल काफी शुभ माना जाता है. धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा करते समय कपूर का दिया जरूर जलाएं. ऐसा करने से घर में सकारात्मकता का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर भागती है.

दिया और बाती: भगवान के सामने दिया बाती करने का विशेष महत्व है. धनतेरस पर मां के सामने दिया जलाने का विशेष महत्व है. इस दिन दीया जलाने से मृत्यु के देवता यम खुश होते हैं. इसलिए पूजन सामग्री में दीया बाती का विशेष महत्व है. इसके साथ ही देसी घी और माचिस रखना ना भूलें.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.