मध्य प्रदेश के छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बांगरे ने इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग को एक पत्र भी भेजा है. सार्वजनिक हो चुके एक पत्र में राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी ने जिम्मेदारों पर छुट्टी न देने और धार्मिक भावनाओं को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया है.
डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने पत्र में लिखा, मैं अपने घर के घर के उद्घाटन (शुभारंभ) में उपस्थित न होने से आहत हूं. उद्घाटन कार्यक्रम में विश्व शांतिदूत तथागत बुध्द की अस्थियों के भी दर्शन लाभ की अनुमति न देने से मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूर्णनीय क्षति पहुंची है. अतः मैं अपने मौलिक अधिकार धार्मिक, आस्था एवं संवैधानिक मूल्यों से समझौता करके अपने डिप्टी कलेक्टर पद पर बने रहता उचित नहीं समझती हूं. इसलिए अपने डिप्टी कलेक्टर पद से आज दिनांक 22 जून 2023 को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देती हूं.”
बता दें डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे छतरपुर जिले के लवकुशनगर में SDM के पद पर कार्यरत थीं और घरेलू कार्य का हवाला देकर छुट्टी पर गई हुई थीं. मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में निशा बांगरे बैतूल की आमला विधानसभा से जनता की इच्छा पर चुनाव लड़ सकती हैं. उन्होंने मीडिया के कैमरे पर भी इस बात को स्वीकार किया था.
निशा बांगरे ने विदिशा के सम्राट अशोक प्रौद्योगिकी संस्थान से 2010-2014 में इंजीनियरिंग की. बाद में उन्होंने एक कंपनी में प्राइवेट नौकरी की. लेकिन कुछ समय बाद निशा ने सिविल सर्वेंट बनने के लिए तैयारी शुरू कर दी और साल 2016 में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) परीक्षा में सफलता डिप्टी एसपी का पद हासिल किया.
यही नहीं, साल 2017 में भी निशा बांगरे ने एमपीपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की और फिर डिप्टी कलेक्टर के लिए चुनी गईं. तभी से ही राज्य प्रशासनिक सेवा की यह अधिकारी प्रदेश के अलग अलग जिलों में अपनी सेवाएं दे रही थी.
Source : Aaj Tak