पटना, 09 सितंबर 2024: बिहार कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 2021-22 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज पटना स्थित सरदार पटेल भवन में पुलिस महानिदेशक, बिहार, आलोक राज से शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय), बिहार, जितेन्द्र सिंह गंगवार और पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय), विनय कुमार भी उपस्थित रहे।
इस मुलाकात में भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों में मोहिबुल्लाह अंसारी, कोटा किरण कुमार, शैलेन्द्र सिंह, अतुलेश झा, अभिनव, दिव्यांजली जयसवाल, और शिवम धाकड़ शामिल थे।
इन प्रशिक्षु अधिकारियों में से शैलेन्द्र सिंह और अतुलेश झा उत्तर प्रदेश के, कोटा किरण कुमार तेलंगाना के, दिव्यांजली जयसवाल छत्तीसगढ़ के, शिवम धाकड़ मध्यप्रदेश के, भावरे दिक्षा अरूण महाराष्ट्र के और मोहिबुल्लाह अंसारी तथा अभिनव बिहार के रहने वाले हैं।
इन प्रशिक्षु अधिकारियों ने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (NPA), हैदराबाद में द्वितीय चरण की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय में अपना योगदान दिया है। पहले इन अधिकारियों को 30 सप्ताह तक जिला व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया था, जिसमें वे 12 सप्ताह तक ग्रामीण थाने के स्वतंत्र प्रभार में भी रहे। अब इन्हें 6 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए माननीय उच्च न्यायालय, पटना के साथ संबद्ध किया जा रहा है, जहां वे न्यायालय की कार्यप्रणाली और आपराधिक मामलों से जुड़े विभिन्न प्रक्रियाओं से अवगत होंगे।
शिष्टाचार मुलाकात के दौरान, पुलिस महानिदेशक, बिहार ने प्रशिक्षु अधिकारियों को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें प्रभावी, ऊर्जावान और ईमानदारी से काम करने का सुझाव दिया। उन्होंने पुलिसिंग में बेहतर परिणाम के लिए 6 ‘स’ के मूलमंत्र भी दिए: समय, सार्थक, संवेदनशीलता, शक्ति, सत्यनिष्ठा और स्पीडी ट्रायल। उन्होंने कहा कि घटना के बाद रिस्पांस टाइम जितना कम होगा, पुलिस की कार्रवाई उतनी ही प्रभावी होगी। पुलिस की कार्रवाई सार्थक होनी चाहिए, पीड़ितों के प्रति संवेदनशीलता होनी चाहिए, और अपराधियों को कानून की शक्ति से डरना चाहिए। पुलिस को अपनी कार्रवाई के प्रति ईमानदार रहना चाहिए और अपराधियों को शीघ्र सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल का पालन करना चाहिए।