कांटी प्रखंड में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने विकास और कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करते हुए अविलंब सुधार और प्रगति लाने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने प्रखंड कार्यालय में रोकड़ पंजी का निरीक्षण किया और इसे अद्यतन करने का आदेश दिया।
प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वेक्षण कार्य की समीक्षा के दौरान, पीआरएस संध्या कुमारी का प्रदर्शन असंतोषजनक पाया गया, जिस पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया। कबीर अंत्येष्टि योजना पर विशेष ध्यान देने, धान अधिप्राप्ति में तेजी लाने, बंद सोलर लाइट चालू करने और नए सोलर लाइट जल्द अधिष्ठापित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, योग्य लाभार्थियों को लेबर कार्ड देने को भी कहा गया।
आंगनबाड़ी केंद्र और नल जल योजना का निरीक्षण
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि कांटी में 330 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें से 98 अपने भवन में संचालित हैं। 32 केंद्रों की जमीन चिह्नित की गई है, जहां मनरेगा के तहत कार्य जल्द शुरू होगा। आंगनबाड़ी केंद्रों के नियमित संचालन और पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों को भेजने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने नल जल योजना और बिजली व्यवस्था का निरीक्षण कर इसे नियमित और चालू रखने का आदेश दिया।
अनुपस्थित कर्मियों पर कार्रवाई
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के प्रखंड समन्वयक को अनधिकृत अनुपस्थिति के कारण स्पष्टीकरण मांगते हुए, उनका वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांटी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए, जिलाधिकारी ने उनका वेतन स्थगित करने और स्पष्टीकरण मांगे जाने का निर्देश दिया। उन्होंने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर सफाई और डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा।
दाखिल खारिज कार्यों में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
अंचल कार्यालय की समीक्षा में, बहुआरा पंचायत के राजस्व कर्मचारी अजीत कुमार के पास 218 आवेदन 75 दिन से अधिक समय से लंबित पाए गए। इस पर जिलाधिकारी ने उन्हें निलंबित करने और प्रभार दूसरे कर्मचारी को सौंपने का निर्देश दिया।
कांटी कस्बा के कर्मचारी और अन्य पंचायतों के राजस्व कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया। लंबित आवेदनों के कारण कई कर्मचारियों का वेतन रोकने और अर्थदंड लगाने का आदेश दिया गया।
खेल मैदान और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर
जिलाधिकारी ने हेल्थ वेलनेस सेंटर और खेल मैदान के लिए शेष जमीन जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही, मरीजों और उनके परिजनों से फीडबैक लेकर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने का आश्वासन दिया।
इस निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने अनुशासनहीनता और लंबित कार्यों को लेकर कई सख्त निर्देश जारी किए, जिससे प्रखंड में विकास कार्यों की गति तेज करने की उम्मीद है।