मुजफ्फरपुर। जिले में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सुचारु बनाने, जाम की समस्या से निजात दिलाने तथा आम लोगों के आवागमन को सुगम बनाने की दिशा में जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन लगातार सक्रिय हैं। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए जिले की कई महत्वपूर्ण सड़कों के चौड़ीकरण और जीर्णोद्धार की योजना बनाई गई है, जिसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर ठोस पहल की जा रही है।
इसी क्रम में जिला पदाधिकारी ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजते हुए जिले की महत्वपूर्ण सड़कों के चौड़ीकरण एवं मरम्मती कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति देने का आग्रह किया है। जिला पदाधिकारी के निर्देश पर कार्यपालक अभियंता, पथ प्रमंडल-1 द्वारा सड़कों का प्राक्कलन तैयार कर विभाग को पहले ही भेजा जा चुका है ताकि कार्य जल्द शुरू हो सके।
इन सड़कों के लिए प्रस्तावित है विकास कार्य
• मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी पथ तथा मुजफ्फरपुर-हाजीपुर पथ (पुरानी बाजार से रामदयालु तक) के चौड़ीकरण व जीर्णोद्धार के लिए 6141.025 लाख रुपये की प्राक्कलित राशि तय की गई है।
• मुजफ्फरपुर-पुराना मोतिहारी रोड, जो वर्तमान में बाईपास के रूप में उपयोग में लाया जा रहा है, के लिए 3230.95 लाख रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया है।
• माड़ीपुर पावर हाउस चौक से गोबरसही होते हुए सकरी पथ के लिए 1640.99 लाख रुपये की योजना प्रस्तावित है।
उक्त सभी सड़कों की स्थिति वर्तमान में जर्जर है, जिससे आए दिन जाम की समस्या उत्पन्न होती रहती है। बरसात के समय जलजमाव की समस्या के कारण आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।
सुधार से मिल सकती है वैकल्पिक मार्ग की सुविधा
जिला प्रशासन का मानना है कि माड़ीपुर पावर हाउस चौक से गोबरसही होते हुए सकरी तक सड़क के जीर्णोद्धार से मुजफ्फरपुर से पटना जाने वाले यात्रियों को एक बेहतर वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा। वहीं, पुराना मोतिहारी रोड के विकसित हो जाने से शहरवासियों को ट्रैफिक जाम और जल जमाव की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
बृहत परियोजनाओं को लेकर भी प्रशासन सक्रिय
जिला पदाधिकारी ने जिले में चल रही बृहत परियोजनाओं, जिनमें सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कार्य शामिल है, को समय पर पूरा करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए हैं। भूमि अधिग्रहण से लेकर किसानों को मुआवजा भुगतान एवं निर्माण कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जा रही है। इसके लिए जिला स्तर पर अलग से प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप का गठन कर अभियंताओं के साथ समय-समय पर समीक्षा बैठक की जा रही है ताकि निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा सके।
डीएम ने जताई संवेदनशीलता
जिला पदाधिकारी ने जिलेवासियों एवं स्थानीय नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उक्त सभी सड़कों के चौड़ीकरण एवं जीर्णोद्धार को प्राथमिकता में शामिल किया है। उन्होंने पथ निर्माण विभाग के वरीय अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे आवश्यक प्रशासनिक स्वीकृति जल्द दें ताकि कार्य शीघ्र आरंभ हो सके और जिले की सड़कों को बेहतर बनाया जा सके।