जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह द्वारा आज मीनापुर एवं औराई प्रखंड एवं अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में औराई के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी एवं मीनापुर प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं कार्यक्रम पदाधिकारी- मनरेगा 11:00 बजे तक अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। उनकी अनुपस्थिति को जिलाधिकारी द्वारा गंभीरता से लिया गया एवं उनका एक दिन का वेतन स्थगित करते हुए उनसे स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया।
मीनापुर प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर का भी निरीक्षण जिलाधिकारी द्वारा किया गया एवं लंबित आवेदनों को नियत तिथि के पूर्व निष्पादन करने का आदेश दिया गया। वही आधार कार्ड बनाए जाने वाले काउंटर पर एक ही मशीन द्वारा कार्य किया जा रहा था। इस पर जिलाधिकारी ने दूसरा मशीन जो की खराब था उसे शीघ्र ठीक कराने का आदेश दिया ताकि लोगो का कार्य स-समय हो सके।
ई- किसान भवन मीनापुर में सैप के जवानों का आवासन को देखते हुए जिलाधिकारी ने बीडीओ को निर्देश दिया कि विभागीय प्रावधानों के अनुसार उन्हें किसी दूसरे भवन में शिफ्ट करें। प्रखंड -सह -अंचल कार्यालय मीनापुर का नया भवन बनकर तैयार है परंतु अभी भी प्रखंड के विभिन्न कार्यालय पुराने जर्जर भवन में ही चल रहे हैं। इसे देखते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की शीघ्र ही विभिन्न कार्यालयों को नए भवन में शिफ्ट करें एवं नए भवन में विधिवत रूप से काम शुरू कर दें।
जिलाधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में दवा एवं यंत्रों की उपलब्धता विशेषकर ग्लूकोमीटर, ए०सी इत्यादि का निरीक्षण किया गया ।साथ ही एईएस वार्ड को भी उन्होंने देखा। स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के क्रम में डीएम संतुष्ट दिखे। वही एंबुलेंस सेवा का सतत अनुश्रवण नहीं किए जाने के कारण बीएचएम से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। जिलाधिकारी द्वारा औराई प्रखंड एवं अंचल कार्यालय एवं उनसे संबंधित अन्य कार्यालयों का निरीक्षण भी किया गया एवं आवश्यक निर्देश दिया गया।
दोनों ही प्रखंड कैंपस में अनावश्यक एवं जर्जर भवनों को देखते हुए डीएम द्वारा निर्देश दिया गया की भवन प्रमंडल से समन्वय कर इसका मूल्यांकन करा लें तत्पश्चात यदि जरूरी हो तो उन भवनों को डिमोलिश करें। जिलाधिकारी श्री चंद्रशेखर सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी स- समय अपने-अपने कार्यालयों में आए एवं अपना आवासन प्रखंड मुख्यालय में ही रखें। निरीक्षण के क्रम में देखा गया की बहुत सारे प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी विभिन्न प्रखंडों के प्रभार में हैं। ऐसे में उनसे संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी को निर्देश दिया गया की विभिन्न प्रखंडों के प्रभार में जो पदाधिकारी हैं उनका एक रोस्टर बना ले और उसके अनुरूप उनके दायित्वों का निर्धारण करें कि किस पदाधिकारी किस प्रखंड में कितने दिन कार्य करेंगे।