MUZAFAFRPUR : शराबबंदी के बाद देसी शराब और ताड़ी के कारोबार करने वालों के लिए नई राह बनकर आई सतत जीविकोपार्जन योजना अब उनके लिए तरक्की का बड़ा कदम साबित हो रही है। एक और जहां नशे की गिरफ्त में यह परिवार अपना सब कुछ खो रहे थे। ऐसे में सदस्यों को परियोजना से लाभ मिलने के बाद अब यह समाज की मुख्यधारा में सम्मान की एक जिंदगी जी रही हैं। इन्हीं दीदियों की सफलता की कहानी को देखने आई अमेरिका की संस्था को इंपैक्ट की एसोसिएट डायरेक्टर डोरिस किंग।
उन्होंने कहा कि जीविका, बंधन और जे- पाल के संयुक्त तत्वाधान में दीदियों ने काफी अच्छा स्वरोजगार अपनाकर विकास किया है। इस दौरान सकरा प्रखंड के आनंद संकुल स्तरीय संघ में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें को इंपैक्ट की पूरी टीम जीविका के संकुल स्तरीय संघ की दीदियों, बंधन और सतत जीविकोपार्जन योजना के लाभार्थियों से मिली । इस दौरान बंधन की पूरी टीम और जे-पाल के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत करने से पूर्व जिला परियोजना प्रबंधक अनिशा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए जीविका कि अब तक विकास का पूरा विवरण दिया। इसके साथ ही संकुल स्तरीय संघ की दीदियों ने सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ और उपहार देकर स्वागत किया जीविका में ग्राम संगठन और समूह स्तर पर काम करने वाले कैडर से मुलाकात कर विस्तृत रूप से सभी कमेटियों के बारे में टीम ने जायजा लिया। स्वास्थ्य पोषण, खेती-बाड़ी ,समूह निर्माण और कई तरह की उप समितियों के बारे में विस्तृत तौर से जानकारी प्राप्त करने के बाद एक समूह की बैठक को भी करीब से देखा।
इसके साथ ही सकरा में सतत जीविकोपार्जन की लाभार्थी दीदी से मुलाकात कर उनके आमदनी के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही प्रखंड परियोजना कार्यालय में सभी जिला स्तरीय प्रबंधकों और प्रखंड स्तरीय कर्मियों से बातचीत कर परियोजना के हर पहलू पर जानकारी लिया।