श्रावणी मेला काे लेकर विधि व्यवस्था व ट्रैफिक नियंत्रण के लिए इस बार रविवार को उत्तर बिहार से हाजीपुर व पटना जानेवाली गाड़ियों को भगवानपुर गोलंबर से रेवा रोड की ओर मोड़ दिया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि रविवार सुबह 8 बजे से रात करीब 1.30 बजे के बाद तक ट्रैफिक पूरी तरह अस्त-व्यस्त रहा। दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। इसमें एक हजार से ज्यादा शिवभक्ताें की गाड़ी फंसी रही। कई एंबुलेंस समेत वीआईपी की भी गाड़ियां फंसी रहीं।
दोपहर में सदर थानेदार ने डीएसपी को अवगत कराया। अब तक सावन में रविवार-साेमवार काे कांवरियाें की सुरक्षा के लिए रामदयालु से हाजीपुर वाहनों पर प्रतिबंध रहता था। मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी, बेतिया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी की ओर से आ रहे वाहनाें काे गोबरसही कच्ची पक्की होते हुए महुआ रोड से पटना ले जाया जाता था। इस बार रेवा रोड से ले जाए जा रहे हैं। इस वजह से पूरा लोड भगवानपुर गोलंबर पर आ गया। इस वजह से ट्रैफिक संभालने में पुलिस विफल साबित हुई।
चिलचिलाती धूप में बस में बैठे यात्रियाें समेत कांवरिया परेशान रहे। पानी के लिए छटपटाते रहे। भगवानपुर में ट्रैफिक ध्वस्त हो जाने पर लोगों ने हंगामा भी किया। उधर, ट्रांसपोर्ट यूनियन ने प्रशासन से ट्रैफिक रूट में बदलाव की मांग की है। कहा है कि पहले महुआ रोड होते हुए जिस तरह गाड़ियां जाती थीं, वही व्यवस्था फिर लागू कर दें।
Source: Dainik bhaskar