स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के चिह्नित चौराहों पर एडवांस ट्रैफिक सिग्नल लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले फेज में चार जगहों पर ट्रैफिक सिग्नल ट्रायल के तौर पर लगाए जाएंगे। ट्रैफिक सिग्नल लगने के बाद चौराहों पर यदि कोई वाहन यातायात नियम तोड़ता है तो उन्हें डमी चालान भेजा जाएगा। नियम तोड़ने वाले को पैसा नहीं लगेगा, लेकिन इस व्यवस्था को शुरू कर पहले ट्रैफिक के प्रति जागरूक किया जाएगा।
स्मार्ट सिटी लि. की योजना के अनुसार, मार्च के पहले सप्ताह में चार जगहों पर ट्रैफिक सिग्नल शुरू होने का दावा किया जा रहा है। ऐसे में शुरू के दो महीने सिग्नल सिस्टम में लगी एडवांस सेंसर मशीन चौराहों से गुजरने वाले वाहनों का आकलन करेगी। इसके अनुसार डमी चालान कटेगा। ट्रायल के तौर पर दो महीने सफल संचालन के बाद यातायात नियम तोड़ने पर चालान कटेगा और जुर्माना भी देना होगा।
बता दें कि पहले फेज में सरैयागंज टावर चौक, कंपनीबाग, इमली चट्टी व डीएम आवास मोड़ के पास इस व्यवस्था को शुरू किया जाएगा। शहरी क्षेत्र में पहले से कुल 27 जगहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने की योजना है।
ट्रैफिक लोड डाटा के अनुसार नियंत्रण का प्लान
ट्रैफिक लोड के आकलन के बाद सेंसर मशीन को वाहनों को नियंत्रित करने के लिए उस स्तर का कमांड दिया जाएगा। फिलहाल उदाहरण के तौर पर सरैयागंज टावर चौक से एक दिन में सुबह से रात तक ऑटो, स्कूल बस, दोपहिया, कार कितनी संख्या में गुजरती है। सुबह, दोपहर, शाम व रात अलग-अलग समय का पहले एक डाटा तैयार किया जाएगा। पूरी व्यवस्था इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) से चलेगी।
अगस्त तक सभी 27 जगहों पर सिग्नल लगाने की योजना
नगर आयुक्त सह स्मार्ट सिटी लि. के प्रबंध निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय ने बताया कि अगस्त तक सभी 27 जगहों पर सिग्नल लगाने की टाइमलाइन है। दो माह तक वाहनों का डाटा लिया जाएगा। डमी चालान कटेगा। बाद में उसी डाटा के अनुसार सभी चौराहों पर यातायात व्यवस्था को नियंत्रित किया जाएगा।
Source : Hindustan