यूक्रेन और रूस के बीच छिड़ी जंग को आठ दिन बीत चुके हैं, लेकिन हालात सुधरने की बजाय बद से बदतर होते जा रहे हैं. बीतते दिनों के साथ यूक्रेन पर रूस की तरफ से हमला तेज हो रहा है. पूरा यूक्रेन इस समय धमाकों से गूंज रहा है. यूक्रेन से जो वीडियो इस समय सामने आ रहे हैं वे वहां के मश्किल हालात को बयां करने के लिए काफी है. यूक्रेन की राजधानी कीव में एक पत्रकार द्वारा लाइव रिपोर्टिंग करते समय एक ऐसी घटना कैमरे में कैद हुई जो बेदहद डराने वाली है. इस घटना के बाद पत्रकार और उसके साथी रिपोर्टिंग छोड़कर चले जाते हैं.
दरअसल जब एक पत्रकार रात के समय लाइव रिपोर्टिंग कर रहा था तभी आसमान में एक तेज रोशनी होती है. इसके बाद वह आश्चर्य में पड़कर पीछे देखता है. वह समझने की कोशिश करता है कि आखिर वह तेज रोशनी किस वजह से हई. थोड़ी देर तक वह शीशे की विंडो से बाहर देखता है तभी दोबारा तेज रोशनी होती है जो पहले से भी ज्यादा तेज थी. यह रोशनी कीव में हुए एक विस्फोट की थी. रोशनी इतनी तेज थी कि पत्रकार और उसके साथी उसे देख नहीं सके और रिपोर्टिंग बंद करके वहां से भाग निकले. उनके जाने के बाद विस्फोट की वजह से कमरे में हल्की सी कंपनी भी महसूस की गई.
WATCH: 2 large explosions light up the Kyiv skyline as reporter goes off the air pic.twitter.com/MXlYuD8i6J
— BNO News (@BNONews) March 3, 2022
जानकारी के अनुसार यह वीडियो बुधवार का है. मंगलवार से रूस ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया है. लगभग हर घंटे बम बारी हो रही है. रूस अब इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर ले जाने की कोशिश में दिख रहा है. गुरुवार को रुस ने यूक्रेन के खेरसॉन बंदरगाह शहर पर कब्जा कर लिया और अब उसका अगला बड़ा लक्ष्य ओडेसा शहर है. अमेरिका ने ओडेसा पर हमला होने की पुष्टि की है.
ईयू समेत कई देशों ने यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाएं हैं. अमेरिका ने रूस पर स्विफ्ट प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही रूस के विदेशी रिजर्व कोष पर भी प्रतिबंध लग गया है. देश में पेमेंट सिस्टम अब काम नहीं कर रहा है और नगदी निकासी को लेकर भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. एप्पल ने घोषणा की है कि वह रूस में अपने आईफोन और अन्य उत्पाद बेचना बंद कर रहा है साथ ही एप्पल पे जैसी सुविधाओं को भी सीमित करेगा.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बृहस्पतिवार को बताया कि रूस के हमला करने के बाद से 10 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर चले गए हैं। इस सदी में पहले कभी इतनी तेज गति से पलायन नहीं हुआ है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) के आंकड़ों के अनुसार, पलायन करने वाले लोगों की संख्या यूक्रेन की आबादी के दो प्रतिशत से अधिक है। विश्व बैंक के अनुसार 2020 के अंत में यूक्रेन की आबादी चार करोड़, 40 लाख थी. एजेंसी का अनुमान है कि यूक्रेन से अंतत: 40 लाख लोग पलायन कर सकते हैं और यह संख्या अनुमान से भी अधिक हो सकती है।
यूएनएचसीआर की प्रवक्ता जोंग-आह घेदिनी-विलियम्स ने एक ईमेल में लिखा कि राष्ट्रीय अधिकारियों की गणना के अनुसार ‘‘हमारे आंकड़े बताते हैं कि मध्य यूरोप में हमने आधी रात में 10 लाख की संख्या पार कर ली.’’ संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त फिलिप्पो ग्रांडी ने ट्वीट किया, ‘‘हमने मात्र सात दिन में यूक्रेन से पड़ोसी देशों में 10 लाख लोगों का पलायन देखा है.’’
Source : News18