बिहार में आफत की बारिश थमने के बाद अब राहत व बचाव कार्य तेज हो गए हैं। इस बीच पटना के राजेंद्र नगर में स्थिति नारकीय हो गई है। वहां राहत व बचाव के क्रम में एनडीआरएफ की टीम ने अपने निजी घर में परिवार के साथ फंसे उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी काे रेस्क्यू किया। उसी इलाके में अपने घर में फंसीं लोक गायिका शारदा सिन्हा ने भी ट्वीट कर मदद मांगी तो एनडीआएफ की टीम ने उन्हें भी बचाकर बाहर निकाला। उन्होंने जो हालात बयां किया, वह दिल दहलाने वाला है।
#WATCH: Bihar Deputy Chief Minister Sushil Modi who was stranded at his residence in Patna, rescued by National and State Disaster Response Forces personnel. #BiharFlood pic.twitter.com/WwdbAcTWy6
— ANI (@ANI) September 30, 2019
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लोक गायिका शारदा सिन्हा ने मांगी मदद, निकाली गईं
पटना के राजेंद्र नगर स्थित अपने घर में फंसीं प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा ने ट्वीट कर मदद मांगी। उन्होंने लिखा है कि वे पटना के राजेंद्र नगर के अपने घर में फंसी हुईं हैं। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर उन्हें बचाकर सुरक्षित निकाला।
बिहार की हर दिल अजीज लोक गायिका शारदा सिन्हा की गुहार सुनिए, पटना के राजेन्द्र नगर में कई दिनों से फंसी थी, जिसे अब रेस्क्यू कराया गया है। मंत्री से लेकर संतरी तक की हेकड़ी कुदरत ने निकाल दी है#BiharFlood #PatnaRains #ShardaSinha #GalaxyNote10 pic.twitter.com/xdaAHx956Q
— Khabar Seemanchal | ख़बर सीमांचल (@khabarsemanchal) September 30, 2019
घर से पति संग सुरक्षित निकाली गईं शारदा सिन्हा ने कहा कि राजेंद्र नगर के हालात बेहद खराब हैं। इसके पहले 1997 में अधिक पानी आया था, लेकिन अभी की स्थिति 1975 की बाढ़ की याद दिलाती है।
उन्होंने कहा कि वे तीन दिनों से अपने घर में बदतर हालात में फंसी थीं। घर में बिजली-पानी नहीं था। तीन दिनों में एनडीआरएफ की टीम ने केवल एक बोतल पानी व एक बोतल दूध दिया। इलाके में लोग भूखे व परेशान हैं। एनडीआरएफ के लोग उनकी गुहार अनसुनी कर चले जा रहे हैं। लोग भूखे बच्चों को दिखाकर दूध मांग रहे, लेकिन नहीं मिल रहा।
एनडीआरएफ ने उपमुख्यमंत्री को किया रेस्क्यू
इसके पहले शारदा सिन्हा के घर वाले इलाके में ही अपने निजी घर में परिवार के साथ फंसे उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को एनडीआरएफ (NDRF) की टीम ने नाव पर बैठा कर किनारे छोड़ा। इसके बाद वे अपने सरकारी आवास गए।
जल-जमाव से जन-जीवन प्रभावित
विदित हो कि भारी बारिश के कारण पटना में जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है। पटना में करीब 45 साल बाद ऐसा जल-जमाव देखने को मिला है। इसने 1975 की बाढ़ की याद दिला दी है, जब पटना डूब गया था। सड़काें पर नाव चल रही है। घरों तथा अस्पतालों तक में पानी है।
पटना के राजेंद्रनगर, कंकड़बाग, लंगर टोली, बहादुरपुर, गर्दनीबाग, सरिस्ताबाद, चांदमारी रोड, पोस्टल पार्क, इंदिरानगर, संजय नगर, अशोक नगर, बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र कॉलोनी, श्रीकृष्णापुरी, राजीवनगर, रामकृष्णानगर, संदलपुर, दीघा व कुर्जी आदि इलाकों में जगह-जगह जल-जमाव हो गया है। पटना में कुछ इलाकों में यातायात पूरी तरह से ठप है। नगर के प्रभावित इलाकों में घंटों से बिजली आपूर्ति नहीं कर जा रही है।
राहत-बचाव को पहुंचे वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर
राज्य सरकार ने राहत व बचाव के लिए वायुसेना से दो हेलीकॉप्टर मंगाए हैं। इनके माध्यम से जल-जमाव में फंसे लोगों को निकाला जाएगा तथा फूड पैकेट्स व दवाएं पहुंचायी जाएंगी।
छत्तीसगढ़ से मंगाए जा रहे दो बड़े पंप
नगर से पानी निकालने का काम भी शुरू हो चुका है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि जल-निकासी के लिए छत्तीसगढ़ से दो बड़े पंप मंगाए जा रहे हैं।
Input : Dainik Jagran