पहले से ही स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर से जूझते शहर के नेहरू स्टेडियम में इन दिनों चुनाव आयोग का हेलीकॉप्टर खिलाड़ियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। हेलिकॉप्टर के कारण खिलाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। घेर कर सिपाहियों की पहरेदारी में रखा गया है। खिलाड़ी अभ्यास के लिए मैदान के बाहर तक पहुंचते तो हैं, लेकिन उन्हें लौटना पड़ता है। इससे राज्य सरकार से संचालित एकलव्य हॉकी प्रशिक्षण केंद्र पर भी असर पड़ रहा है। यहां राज्य भर से चुने खिलाड़ियों को पठन-पाठन व हॉकी की ट्रेनिंग दी जाती है। इसे लेकर खेल संगठनों ने आवाज उठाई है। उन्होंने इस फैसले को हाईकोर्ट की अवमानना करार दिया है। उन्हाेंने बताया, खेल व खिलाड़ी को सबसे पहले निशाना बनाया जाता है। शहर में पहले से ही खेलकूद की गतिविधियों को बेहतर करने व आधारभूत संरचना के लिए मैदान की कमी है। प्रशासन की ओर से इसमें सहयोग के बजाय खिलाड़ियों की राह में रोड़े बिछाए जा रहे हैं।
- एकलव्य हॉकी प्रशिक्षण शिविर में नहीं हो रही ट्रेनिंग, सभी स्पोर्ट्स एक्टिविटी पड़ी हैं ठप
- नेहरू स्टेडियम में खराब पड़े हेलीकॉप्टर के कारण खिलाड़ियों की एंट्री पर लगा दी गई है रोक
- राज्य भर से चुने गए खिलाड़ियों को यहां पठन-पाठन के साथ ही हॉकी की भी कराई जाती है ट्रेनिंग
प्रशासन और जनप्रतिनिधि नहीं दे रहे हैं ध्यान
स्टेडियम में हॉकी खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए सेंटर का संचालन हो रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से अच्छी-खासी राशि खर्च की जाती है, लेकिन सेंटर का बंद होना सरकारी राशि का दुरुपयोग है। बैडमिंटन, फुटबॉल से लेकर अन्य खेलों के लिए अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों की एंट्री बंद है। प्रशासन से लेकर कोई जन प्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं। बच्चों को घूमने तक नहीं दिया जा रहा है। डॉ. फिरोजुद्दीन फैज, अध्यक्ष जिला फुटबॉल संघ
हेलिकॉप्टर अविलंब हटाए जाने की जरूरत
खेल मैदान का इस्तेमाल किसी भी प्रकार की गैर स्पोर्ट्स गतिविधि के लिए नहीं किया जा सकता है। इसे लेकर कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया है। बावजूद इसके आदेश का पालन नहीं होना कोर्ट की अवमानना है। मैदान हेलिकॉप्टर को सुरक्षित रखने के लिए नहीं है। पिछले महीने से ही एकलव्य की एक्टिविटी बंद है। एंट्री से लेकर खिलाड़ियों का अभ्यास ठप है। इसे अविलंब हटाए जाने की जरूरत है। – अनिल कुमार सिन्हा, स्पोर्ट्स को-ऑर्डिनेटर
किसी भी मैदान का उपयोग गैर खेलकूद गतिविधियों में नहीं होगा इसके लिए आदेश जारी है। ऐसे में मैदान में हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति ही क्यों दी गई? मैदान में पार्टी की रैली और जुलूस के लिए भी अनुमति कैसे दे दी जाती है, यह समझ से परे है। सबसे आसान है कि खेल, खिलाड़ियों और स्टेडियम को बाधित कर दिया जाए। – दिनेश मिश्रा, अंतरराष्ट्रीय कोच व रेफरी, वुशू
पहले से ही जिले में मैदान की कमी है। ऐसे में जो भी गिने-चुने स्टेडियम हैं, अगर उसका इस्तेमाल गैर खेलकूद गतिविधि के लिए किया जाएगा तो इससे दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता है। चुनाव आयोग से लेकर प्रशासन को अविलंब इसके लिए कदम उठाना चाहिए, ताकि मैदान में खेल का संचालन हो सके और खिलाड़ी प्रैक्टिस बिना बाधा के जारी रख सकें। – उत्पल रंजन, अध्यक्ष जिला क्रिकेट संघ
Input : Dainik Bhaskar