आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में ईओयू के स्तर से की गयी कार्रवाई के बाद निलंबित चल रहे आईपीएस अधिकारी राकेश कुमार दुबे की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। उनके खिलाफ अब ईडी ने भी प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है। ईडी ने उनसे जुड़ी सभी अवैध संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। साथ ही इन्होंने अवैध तरीके से कहां-कहां निवेश कर रखा है, इसकी पूरी जानकारी नए सिरे से एकत्र की जाएगी। पीएमएलए मामले में दोषी पाये जाने पर उनकी सभी अवैध संपत्ति जब्त हो सकती है और सात साल की सजा भी संभव है। ईडी के सहायक निदेशक राजीव रंजन ने उनके खिलाफ समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। आगामी दो सप्ताह में उन्हें ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश होना पड़ सकता है।
राकेश दुबे की प्रोन्नति वर्ष 2000 में बिहार पुलिस सेवा से आईपीएस कैडर में हुई है। उनपर बालू माफियाओं के सांठगांठ कर बड़ी मात्रा में अवैध कमाई करने का आरोप है।