नोएडा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेक्टर 93A में स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर को विस्फोट से जमींदोज़ किए जाने के 24 घंटे बाद लोगों की सेहत पर इसका दुष्प्रभाव दिखने लगा है. धमाके की वजह से खाली कराए गए आसपास के घरों में वापस लौटे लोगों में से कई ने आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की है.
सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट में RWA के टास्क फोर्स के चेयरमैन गौरव कुमार ने बताया कि दिक्कत होने की वजह से उन्होंने देररात 12 बजे एक बार अपना फ्लैट छोड़ दिया था. उन्होंने कहा, ‘रात में धुंध और धुएं का असर था. इससे आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.’ इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने दवा ली है और अब सोमवार को दोपहर बाद दोबारा अपने घर लौटेंगे.
इस दौरान वहां आसपास की सड़कों और पार्क में खासा धूल जमा दिखा. इससे सांस के रोगियों की मुसीबत बढ़ गई है. वहीं कई लोग वहां मास्क लगाए दिखे.
बता दें कि सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी में बने ट्विन टावर को रविवार दोपहर जमीदोज़ कर दिया गया. ट्विन टावर को ध्वस्त किए जाने से पहले एमराल्ड कोर्ट तथा एटीएस विलेज सोसाइटी के 5,000 से अधिक लोगों को वहां से खाली करा लिया गया था. इनमें से करीब 100 परिवार रविवार रात तक अपने घरों में लौट आए. इस बीच, ट्विन टावर में विस्फोट के कई घंटों बाद भी लोग वहां इकट्ठा होकर मलबे के साथ तस्वीरें खींचते देखे गए.
ब्लूस्टोन की निवासी और आरडब्ल्यूए की सदस्य आरती कोप्पुला ने कहा कि सुपरटेक के चार टावरों को अभी तक गैस की आपूर्ति बहाल नहीं की गयी है. उन्होंने से कहा, ‘हम रात नौ बजे लौटे और हमारे मकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. हमारी इमारतों के भूतल में बस दुर्गन्ध आ रही है जो विस्फोटकों के कारण लगती है. गैस आपूर्ति कल तक बहाल होने की सूचना दी गयी है. बाकी सब ठीक है.’
Source : News18