शहर में 290 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए अंडरग्राउंड केबल वायरिंग का काम शुरू हो गया है। सभी कैमरे अडरग्राउंड केबल से जुड़ेंगे। शहर में 160 किमी. में फाइबर ऑप्टिकल केबल लगाए जा रहे हैं।
इसका जुड़ाव कंपनीबाग में कंट्रोल रूम से रहेगा। स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (आईसीसीसी) बिल्डिंग में एक ही जगह से पूरे शहर में सीसीटीवी और ट्रैफिक पैनल को कंट्रोल किया जा सकेगा। इसमें 60 जगहों पर फेस डिटेक्शन सिस्टम वाले कैमरे होंगे, जिसकी रेंज में आने वाले व्यक्ति की पहचान एक क्लिक से कंप्यूटर स्क्रीन पर होगी। स्मार्ट सिटी के एमडी सह नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रये ने बताया कि शहर में सभी सीसीटीवी कैमरे अगस्त तक लगाकर सुचारू कर देने का लक्ष्य है। इसके लिए काम में तेजी लाने का निर्देश निर्माण कंपनी को दिया गया है। 136.68 करोड़ रुपये की लागत से सीसीटीवी और ट्रैफिक कंट्रोल के साथ अपराध नियंत्रण को लेकर जरूरी उपकरण लगेंगे। जून तक 290 जगहों पर कैमरे लगेंगे। इसके बाद अगस्त तक 240 कैमरे लगेंगे। इस कैमरों में 108 कैमरे वाहन डिटेक्शन वाले हैं। इस कैमरे के कंट्रोल पैनल से एम परिवहन का डाटा जुड़ा रहेगा। ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले वाहनों के मालिक के मोबाइल पर उसी समय फाइन का ई-चालान पहुंच जाएगा। अपराध के लिए इस्तेमाल होने वाले वाहन भी सीसीटीवी कैमरे की जद में आते ही उसके मालिक पहचान हो जाएगी।
नगर आयुक्त ने बताया कि केबल बिछाने के बाद फिलहाल 65 जगहों पर सीसीटीवी लगाने के लिए पोल खड़े किए जाएंगे। पोल के डिजाइन तय कर लिए गए हैं। शहर में 275 जगहों पर पीटीजेड और फिक्स्ड बुलेट कैमरे रहेंगे। आईसीसीसी बिल्डिंग में ट्रैफिक और अपराध नियंत्रण के लिए एक विंग काम करेगा। इसमें पुलिस अधिकारियों की भी सहभागिता होगी।
162 किमी. में केबल लगाने का काम शुरू किया गया है। अगस्त तक सीसीटीवी कैमरे का काम पूरा करा लेने का लक्ष्य तय किया गया है। इससे ट्रैफिक कंट्रोल और अपराध नियंत्रण में काफी सहयोग होगा। अपराध के बाद कुछ मिनटों में ही अपराधी पहचाने जाएंगे। चोरी के बाद सामान लेकर शहर से चोर नहीं भाग पाएंगे। – विवेक रंजन मैत्रैय, एमडी सह नगर आयुक्त