UPSC की परीक्षा पास करने के लिए मेहनत के साथ-साथ इमानदारी की भी जरूरत होती है. सफलता केवल वक्त के साथ धैर्य मांगती है. जब कोई उम्मीदवार सफलता की राह पर चलता है तो केवल वो नहीं उसका परिवार भी उसमें शामिल होता है. इंडिया.कॉम हिंदी आपके लिए लेकर आता है सक्सेस स्टोरी जिसे पढ़कर कई लोगों के जीवन में मोटिवेशन आता है. आज हम लेकर आएं हैं ऐसी ही स्टोरी जो आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी. आंध्र प्रदेश के एक दूरदराज के गांव के एक किसान के बेटे गोपाल कृष्ण रोनांकी यूपीएससी 2016 की परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया था. चलिए जानते हैं उनकी कहानी.
माता बाप ने खेत में काम करके बताया
गोपाल कृष्ण रोनांकी के माता-पिता, रोनांकी अप्पा राव और रुक्मिनाम्मा श्रीकाकुलम जिले के पलासा ब्लॉक के परसाम्बा गांव के रहने वाले थे, वे खेतों में काम करते थे. घर पर बिजली नहीं थी, घर की आर्थिक हालात इतने खराब थे कि गोपाल कृष्ण रोनांकी को कभी प्राइवेट स्कूल नहीं भेज पाएं.IAS अधिकारी बनने से पहले गोपाल कृष्ण रोनांकी एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे. पहले के समय में इंग्लिश स्कूलों का बहुत महत्व था हालांकि ये आज भी है. 12वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ने के बाद टीचर ट्रेनिंग का कोर्स किया.
2006 में एक सरकारी शिक्षक के रूप में चुने गए. गोपाल ने एक इंटरव्यू में बताया कि घर की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी. ऐसे में मेरा नौकरी लेना पहली प्राथमिकता थी, ताकि घर का खर्च चल सके और अपने खर्चे खुद उठा सकूं. नौकरी के बाद गोपाल ने आंध्र विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी. गोपाल ने कहा कि नौकरी मिलने के बाद यूपीएससी की परीक्षा के बारे में सोचा. ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू कर दी.
यूपीएससी के दौरान गोपाल के माता-पिता को अपने बेटे के सपने और उनके प्रयासों के बारे में पता नहीं था.गोपाल के माता-पिता नहीं जानते थे कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा है.लेकिन जब गोपाल ने परीक्षा पास की और अपने माता-पिता को बताया तो उनक घर वालों को सरप्राइज हुए और वे काफी खुश थे.
गोपाल ने दी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की टिप्स
आईएएस गोपाल कृष्ण रोनांकी के अनुसार, अपने नोट्स परीक्षा के आखिरी दिनों में आपकी मदद कर सकते हैं. इसी के साथ उन्होंने सलाह दी कि यूपीएससी की तैयारी करने वाले उम्मीदवार हमेशा याद रखें कि अपने संसाधन सीमित रखें और करेंट अफेयर्स के लिए नियमित रूप से न्यूज पेपर और मैगजीन पढ़ें.
Source : India.Com