वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फाइनेंसियल ईयर 2024-25 का अंतरिम बजट पेश कर रही है। वित्त मंत्री ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और सरकार आगे क्या काम करेगी इस बारे में बताया। निर्मला सीतारमण ने कहा, “हमारी सरकार समावेशी विकास को बढ़ावा देती है। प्रत्येक भारतीय की आकांक्षा को पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना कोरोना की चुनौतियों के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र के 3 करोड़ घरों को बनाने का लक्ष्य हमने प्राप्त कर लिया है। अगले पांच वर्षों में 2 करोड़ और घरें बनाने का काम पूरा किया जाएगा। देश के 1 करोड़ घरों को सौर उर्जा के जरिए 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।”

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना शुरू करने का ऐलान किया था। इस योजना के तहत करीब एक करोड़ घरों पर सूर्योदय योजना के तहत सोलर रूफ टॉफ सिस्टम लगाया जाएगा। पीएम मोदी ने बताया था कि बताया कि इस योजना का फायदा सबसे ज्यादा गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को मिलेगा। इस योजना से लाखों गरीब अपना बिजली बिल कम कर सकेंगे। आज बजट में इसका ऐलान भी हो गया।

वित्त मंत्री ने कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था ने पिछले 10 वर्षों में गहरा सकारात्मक परिवर्तन देखा है, भारत के लोग आशा के साथ भविष्य की ओर देख रहे हैं। जब हमारी सरकार – पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में- 2014 में सत्ता संभाली तब देश को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। सरकार ने उन चुनौतियों पर सही तरीके से काबू पाया।”

आंगनवाड़ी कर्मचारियों को आयुष्मान भारत की सुविधा

संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को भी कवर किया जाएगा। निर्मला सीतारमण ने कहा, “कृषि क्षेत्र की और वृद्धि के लिए, सरकार फसल कटाई के बाद की गतिविधियों में सार्वजनिक और निजी निवेश को और बढ़ावा देगी।

3 करोड़ घर बनाए, 2 करोड़ घर और बनाएंगे

वित्त मंत्री ने कहा, कोविड के बावजूद हमने पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 3 करोड़ घर बनाने का काम पूरा हुआ। 2 करोड़ घर अगले 5 साल में और बनाए जाएंगे।

एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण, 3000 नए आईटीआई स्थापित किए- निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कौशल भारत मिशन ने 1.4 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया है, 54 लाख युवाओं को प्रशिक्षित और पुन: कुशल बनाया है। 3000 नए आईटीआई स्थापित किए हैं। बड़ी संख्या में संस्थागत उच्च शिक्षा, अर्थात् 7 आईआईटी, 16 आईआईआईटी, 7 आईआईएम, 15 एम्स और 390 विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं।

Source : Patrika

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