मुजफ्फरपुर के साथ-साथ उत्तर बिहार में AES के मरीज सामने आने लगे हैं। जैसे-जैसे गर्मी की धमक बढ़ रही है, मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। बुधवार को SKMCH के PICU वार्ड में भर्ती एक बच्चे की मौत हो गयी। इस वर्ष का यह दूसरा AES से पीड़ित बच्चे की मौत हुई है। अबतक 12 बच्चे इलाज को AES पहुंच चुके है। मृत बच्चा वैशाली एकराहा सराय के पांच वर्षीय कुंदन कुमार था।
उपाधीक्षक सह शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि कुंदन केजरीवाल अस्पताल से रेफर होकर SKMCH आया था। भर्ती के दौरान बच्चे की हालत गंभीर थी। वेंटीलेटर पर रखकर उसका इलाज किया जा रहा था। इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है। उसकी हालत बेहद खराब थी। हाइपोग्लाइसीमिया को लेकर AES की पुष्टि की गई थी।
अभी पांच संदिग्ध केस
डॉ. सहनी ने बताया कि 5 केस AES के संदिग्ध है। पैथोलॉजिकल जांच के लिए ब्लड सेंपल भेजा गया है। रिपोर्ट के बाद ही वास्तविकता सामने आएगी। अबतक बीमारी हुए बच्चों में आठ बच्चा और चार बच्ची पीड़ित हुए हैं। पांच केस मुजफ्फरपुर के, तीन केस मोतिहारी और दो सीतामढ़ी और एक अररिया, एक वैशाली के है। जिसमें सीतामढ़ी और वैशाली के बच्चे की मौत हुई हैं। 10 बच्चे स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
डॉ. साहनी ने बताया कि इस बीमारी से बचाव जागरूकता है। परिजन को बच्चों के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। तभी इस बीमारी से बचाव मुमकिन है। – बच्चे को तेज धूप में नहीं जाने दें। – दिन में कम से कम दो बार नहाएं। – रात में भूखे पेट नहीं सोने दें। – हमेशा ताजा खाना ही खिलाएं। – रात में बच्चों को उठ-उठकर देखते रहें की वह सुकून से सोया है या नहीं।
Source : Dainik Bhaskar