बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग द्वारा शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड में बागमती–बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना के तहत बेलवा–मीनापुर चैनल का रिसेक्सनिंग कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। योजना का उद्देश्य बागमती नदी में अधिक वर्षा के कारण उत्पन्न अतिरिक्त जल को उसकी पुरानी धारा के माध्यम से बूढ़ी गंडक नदी में प्रवाहित करना है, जिससे न केवल बाढ़ की समस्या कम होगी बल्कि जल प्रबंधन में भी व्यापक सुधार आएगा।
क्या है योजना की विशेषताएं?
• लंबाई: योजना के तहत कुल 68.80 किलोमीटर लंबे चैनल का रिसेक्सनिंग किया जा रहा है।
• पुल निर्माण: चैनल पर 5 नए पुलों का निर्माण प्रगति पर है।
• प्रभावित प्रखंड: यह परियोजना 16 प्रखंडों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ पहुंचाएगी। इनमें पिपराही, डुमरी, कतसारी, तरियानी, शिओहर, पताही, पेंहार, तेतरिया, पकड़ीदयाल, मधुबन, मीनापुर, हायाघाट, बोचहा, बांद्रा, मुसहरी और कल्याणपुर शामिल हैं।
• लाभान्वित जिले: शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण जिले होंगे लाभान्वित।
• अनुमोदित बजट: इस परियोजना के लिए सरकार ने ₹130.88 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दी है।
क्या होगा फायदा?
यह योजना बागमती नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल के निकासी की सुविधा बढ़ाएगी और जलजमाव की समस्या से राहत दिलाएगी। साथ ही, सिंचाई की व्यवस्था बेहतर होगी और गांवों को बाढ़ के खतरे से सुरक्षित किया जा सकेगा। यह परियोजना ग्रामीण इलाकों के कृषि विकास में भी सहायक साबित हो सकती है।
निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी नियमित रूप से निगरानी कर रहे हैं ताकि तय समय सीमा में योजना को पूरा किया जा सके।
यह योजना भविष्य में बिहार के उत्तर-पूर्वी जिलों में बाढ़ से सुरक्षा और ग्रामीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।