पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में इलाज कराने वाले मरीजों को फरवर दवा, सभी जांच की सुविधा मुफ्त मिलेगी। इस संबंध में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने संकल्प जारी कर दिया।
पंजीयन शुल्क, निजी या डीलक्स वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए बेड और अन्य शुल्क देय होगा। इस अस्पताल को बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम (बीएमएसआईसीएल) के जरिये दवा और चिकित्सीय सामग्रियों की आपूर्ति होगी। अस्पताल प्रशासन के अनुसार बीएमएसआईसीएल से दवा और जांच किट आदि मिलते ही मरीजों को मुफ्त दवा और जांच की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
25 सितंबर 2023 को राज्य कैबिनेट ने दवा व जांच की सुविधा निशुल्क देने की स्वीकृति दे दी थी। संकल्प जारी होने के बाद अब यह प्रावधान लागू हो गया। आईजीआईएमएस एक स्वायत्तशासी संस्थान है। यहां मरीजों से जांच और दवा मद में शुल्क लिया जाता है। इससे आमजन को इलाज कराने में परेशानी होती है। ओपीडी व आईपीडी में भर्ती मरीजों के लिए जरूरी दवाओं की सूची बीएमएसआईसीएल को भेज दी है। अस्पताल ने 611 प्रकार की दवाइयों की सूची भेजी है। इनकी भारी मात्रा की जरूरत भी बताई गई। इनमें से कई दावों का टेंडर हो चुका है। उपलब्ध दवाइयां जल्द अस्पताल को भेजी जाएगी।
व्यवस्था लागू होने का था इंतजार
स्वास्थ्य विभाग ने 11 जून 2019 को जारी संकल्प द्वारा राज्य के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पतालों और अन्य सरकारी चिकित्सा संस्थान में दवा और चिकित्सकीय सामग्रियों की आपूर्ति बिहार चिकित्सा सेवाएं और आधारभूत संरचना निगम के माध्यम से करने का प्रावधान लागू है। यही व्यवस्था आईजीआईएमएस में लागू करने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
स्वास्थ्य विभाग से 22 जनवरी को दवा व जांच के लिए किट आदि की जरूरत की जानकारी मांगी गई थी। 26 जनवरी को उन्हें जानकारी उपलब्ध करा दी गई हैं। 3 हजार तरह की दवाओं की आवश्यकता होती है। लगभग 100 तरह की जांच होती है। दवाएं मिलते ही रोगियों के बीच निशुल्क वितरण शुरू कर दिया जाएगा।-डॉ. मनीष मंडल, मेडिकल सुप्रीटेडेंट, आईजीआईएमएस
Source : Hindustan