पटना : राज्य के सरकारी अस्पतालों में कि’डनी ट्रां’सप्लांट कराने वाले म’रीजोें को सरकार जीवन भर मुफ्त दवाएं उपलब्ध करायेगी. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को इसकी घोषणा की. आइजीआइएमएस में पटना ट्रांस’प्लांट अपडेट समारोह का उद्घाटन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कि’डनी ट्रां’सप्लांट के लिए कम संख्या में म’रीजों के आगे आने पर चिंता प्रकट की.
उन्होंने बताया कि आइजीआइएमएस में कि’डनी ट्रां’सप्लांट के दौरान सरकार तीन लाख रुपये देती है, जिनमें से दो लाख रुपये ऑपरेशन के वक्त और एक लाख रुपये एक साल की दवाइयां व जांच के लिए होते हैं.
इसके बावजूद गरीब मरीज ट्रांसप्लांट नहीं करा रहे हैं और अपनी जिंदगी डायलिसिस पर चलाते हैं, क्योंकि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीजों को हर माह कम-से-कम 15 हजार रुपये की दवाइयां लेनी होती हैं. इसलिए अब सरकार ऐसे मरीजों को ट्रांसप्लांट के साथ ही जिंदगी भर दवाइयां भी मुफ्त देंगी.
मंगल पांडेय ने कहा कि अब तक आइजीआइएमएस के नेफ्रोलॉजी विभाग में 54 मरीजों का सफल किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका है और वे बिल्कुल ठीक हैं. वहीं, बहुत जल्द ही यहां लिवर और हार्ट का ट्रांसप्लांट शुरू होगा. इसके लिए डॉक्टरों को दिल्ली में ट्रेनिंग भी दी गयी है. नेत्र व कैंसर विभाग को स्टेट लेवल सेंटर बनाने की दिशा में काम चल रहा है. इसके लिए राशि भी स्वीकृत है.
सरकार अस्पतालों को एडवांस हेल्थ केयर यूनिट के रूप में विकसित कर रही है. कार्यक्रम में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ एनआर विश्वास, डॉ हेमंत कुमार, डॉ एसके शाही, डॉ राजेश तिवारी, डॉ ओम कुमार, डॉ इंदु भूषण सिन्हा, डॉ संदीप गुलेरिया, डॉ मनीष मंडल सहित अन्य डॉक्टर मौजूद थे.
5000 बेडों का होगा आइजीआइएमएस
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आइजीआइएमएस में मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. अभी यहां 830 बेड हैं, जो काफी कम हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस अस्पताल को 5000 बेडों का करना चाहते हैं. इसको लेकर काम शुरू हो गया है. अगले दो महीनों में मेडिकल कॉलेज नये भवन में चला जायेगा और उस जगह पर 300 बेडों का अस्पताल शुरू होगा. वहीं, एक महीने में 500 बेडों के लिए शिलान्यास होगा और 1200 बेडों के लिए डीपीआर तैयार हो रही है.
Input : Prabhat Khabar