गायघाट। प्रखंड क्षेत्र में में बागमती नदी उफान पर है ‘ अपना रौद्र रूप दिखा रही है. बागमती में पानी बढ़ने से गायघाट प्रखंड में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. गायघाट के पूर्वी इलाके में तो पानी लोगों के लिए तबाही है. पूरा इलाका किसी समंदर से कम नहीं लगता. चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी और इस बाढ़ के पानी में लोगों की जिंदगी दहशत में होकर डगमगाते मंजिल की ओर चलती जाती है. नदी के इस रौद्र रूप को देखकर गाव की महिलाएं कमला मइया के गीत गाकर उसके इस विकराल रूप को शांत करने का टोटका भी कर रही हैं.
बाढ़ से हाल बेहाल
बाढ़ के पानी के कारण गायघाट के शिवदाहा , जमालपुर कोदई, बलौर निधि और बरूआरी , केवटसा पंचायत के हाल बेहद खराब है. स्कूल के अन्दर तक़रीबन चार से पांच फीट तक पानी भरा है. स्कूल के बरामदे में पानी भरा है ‘ तो गांव घर के हाल भी बुरे हैं. पूरा गांव पानी से घिरा है, घरों में पानी है, गरीबों की झोपड़ियां पानी में डूब चुकी हैं। सड़कें भी नजर नहीं आतीं
बेपटरी हुई जिंदगी
बेपटरी हो चुकी जिन्दगी को पटरी पर लाने के लिए लोग जान बचाकर ऊंचे बांध पर अपने पशुओं के साथ शरण ले चुके हैं. पशु और इंसान में फर्क मिट गया है पेट की आग बुझाने के लिए बांध पर ही चूल्हे की आग जला कर सरकारी मदद की आस में जिंदगी की सांस बचा रहे है खुद जैसे तैसे अपना पेट भर रहे इन बाढ़ पीड़ितों की समस्या इतने पर ही नहीं थमती बल्कि चारो तरफ पानी होने के कारण इनके लिए पशु की चारा एक बड़ी समस्या है।