बिल-मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की सीईओ ग्रेटा बुल के नेतृत्व में शनिवार को एक टीम मनियारी स्थित कृषि उद्यमी प्रशिक्षण केंद्र और सरैया के लक्ष्मीपुर अरार गांव में जीविका द्वारा संचालित गतिविधियों का निरीक्षण करने आई थीं।निरीक्षण के दौरान ग्रेटा बुल ने कहा कि जीविका के माध्यम से गांव की महिलाएं विकास की नई गाथा लिख रही हैं। वहां उन्होंने ‘एक जिला, एक उत्पाद के तहत प्रशिक्षण लेकर रोजगार में जुटी जीविका दीदियों से बात की। सुजनी व लहठी सहित मशरूम, शहद, मुर्गी, बकरी पालन व कृषि यंत्रों की ट्रेनिंग आदि की जानकारी ली। इस दौरान सीईओ ने मशरूम, लहठी और सुजनी के काम की सराहना की।
इस बाबत जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनिशा गांगुली ने बताया कि ग्रेटा बुल ने लहठी, मशरूम और सिलाई-कढ़ाई से जुड़ी वस्तुओं से होने वाले फायदे के बारे में जानकारी ली। अलग-अलग जिलों से आकर प्रशिक्षण लेने वाले महिलाओं ने बीएमजीएफ की टीम को बताया कि कृषि आधारित गतिविधियों का प्रशिक्षण लेने के बाद हम कृषि उद्यमी के तौर पर काम करेगी और अपने व्यवसाय की शुरुआत करेंगे। जिसके माध्यम से परिवार को आर्थिक रुप से स्वावलंबी बना सके। इस मौके पर इरिना सिन्हा, तुषार कुमार, राज्य परियोजना प्रबंधक अजित रंजन, राज्य परियोजना प्रबंधक (कृषि) मनोज कुमार, संचार प्रबंधक राजीव रंजन, सिद्धार्थ गुप्ता, सरैया के बीपीएम नागेंद्र कुमार, जीविका कर्मी चुन्नू कुमार, सहित जीविका की दीदियां मौजूद थीं।