बिहार के चर्चित बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर पर एक और मामले में कार्रवाई शुरु हो गयी है। ब्रजेश ठाकुर द्वारा संचालित स्वाधार गृह कांड में चार्जशीट दायर करने की तैयारी महिला थाने की पुलिस द्वारा शुरू कर दी गई है। ब्रजेश ठाकुर इस मामले में भी मुख्य आरोपी है। बीते नौ मार्च को तिहाड़ जेल से इस कांड में ब्रजेश का ऑनलाइन प्रोडक्शन कराया गया था। वह बालिका गृह कांड में तिहाड़ जेल में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है। उसका न्यायिक रिमांड होने के बाद नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने स्वाधार कांड में कार्रवाई की समीक्षा की है। महिला थानेदार को शीघ्र ही चार्जशीट दायर करने का निर्देश दिया गया है।
अब इस कांड में कल्याण विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता की छानबीन की जा रही है। कल्याण विभाग के अधिकारियों कर्मियों के खिलाफ गबन के दृष्टिकोण से जांच होगी। पुलिस आवश्यक साक्ष्य तलाश सकरने में जुट गई है। तत्कालीन डीआईजी अनिल कुमार सिंह ने इस कांड में गबन के एंगल से भी साक्ष्य जुटाने का निर्देश दिया था। बालिका गृह कांड के खुलासे के बाद बाल संरक्षण इकाई के तत्कालीन सहायक निदेशक डीके शर्मा ने 30 जून 2018 को महिला थाने में स्वाधार गृह कांड दर्ज कराया था। इसमें पुलिस पूर्व में ब्रजेश ठाकुर की राजदार साइस्ता परवीन उर्फ मधु समेत दो आरोपितों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दायर कर चुकी है।
स्वाधार गृह से गायब हो गए थे 11 महिलाएं व चार बच्चे
समाज कल्याण विभाग से ब्रजेश ठाकुर की संस्था सेवा संकल्प एवं विकास समिति को बालिका गृह के अलावा स्वाधार गृह के भी संचालन का जिम्मा मिला था। स्वाधार गृह साहू रोड स्थित एक भवन में संचालित था। बालिका गृह कांड का खुलासा होने के बाद समाज कल्याण विभाग की टीम ने स्वाधार गृह का भी निरीक्षण किया। तब पता चला कि वहां रह रही 11 महिलाएं और उनके चार बच्चों का कोई सुराग नहीं है।
नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा है कि स्वाधार गृह कांड में आरोपित ब्रजेश ठाकुर का प्रोडक्शन न्यायालय में कराया जा चुका है। महिला थाने की आईओ में कांड में शीघ्र चार्जशीट करने का निर्देश दिया गया है।
Source : Hindustan