OTP यानी वन टाइम पासवर्ड का यूज कई कंपनियां करती है. टेक जायंट जैसे Google, WhatsApp, Twitter, LinkedIn और Telegram भी OTP का यूज यूजर को वेरिफाई करने के लिए करते हैं. इन कंपनियों ने OTP सर्विस Mitto AG से ले रखा है. Mitto AG एक स्विस कंपनी है.
एक रिपोर्ट के अनुसार Mitto AG ग्लोबल स्पाइंग बिजनेस में शामिल है. इसको लेकर लंदन बेस्ड एक नॉन-प्रॉफिट The Bureau of Investigative Journalism (TBIJ) ने रिपोर्ट किया है. रिपोर्ट के अनुसार Mitto के को-फाउंडर और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर Ilja Gorelik प्राइवेट मोबाइल लोकेशन डेटा को सर्विलांस कंपनियों को बेचते हैं.
Mitto एक स्विस कंपनी है और इसकी सर्विस गूगल और ट्विटर जैसी कंपनियां यूज करती हैं. इसके जरिए वो यूजर्स को ऑटोमैटेड टैक्सट मैसेज सेल्स प्रोमोशन या सिक्योरिटी कारण के लिए भेजते हैं. कंपनी का 100 से भी ज्यादा देशों में मोबाइल ऑपरेटर्स के साथ करार है. इससे इसे अरबों फोन का एक्सेस मिलता है. इसमें कई मोबाइल नेटवर्स जैसे Vodafone, Telefónica, MTN और Deutsche Telekom शामिल हैं.
सबसे जरूरी है Mitto के इस डील से सरकारी सुरक्षा और सर्विलांस एजेंसियों को फायदा पहुंचा सकता है. Mitto के नेटवर्क लोगों को उनके मोबाइल फोन के जरिए सीक्रेटली लोकेट करते हैं. कंपनी के कर्मचारी और व्हिसल ब्लोअर ने बताया कि सर्विलांस वर्क के लिए Mitto के खुद का ही नेटवर्क यूज किया जाता था.
रिपोर्ट के अनुसार सर्विलांस कंपनियां जो Mitto के साथ बिजनेस कर रही थी वो सरकारी एजेंसी से साथ काम कर रहे थी. हालांकि, इस सभी की पहचान रिपोर्ट में नहीं बताई गई है. TBIJ रिपोर्ट के अनुसार स्विस कंपनी फोन नेटवर्क का यूज करके लोगों को लोकेट करती थी. ये भी संभव है कि मैसेज को इंटरसेप्ट SS7 प्रोटोकॉल के जरिए किया जाता था.
SS7 इंफ्रास्ट्रक्चर का यूज टेलीकॉम कंपनियां कम्युनिकेट करने के लिए करती हैं जब कॉल या टैक्सट मैसेज को एक नेटवर्क से दूसरे में रूट किया जाता है. हालांकि, कंपनी ने इस घटना पर हैरानी जताते हुए को-फाउंडर के सीक्रेट सर्विलांस बिजनेस से खुद को अलग कर लिया है.
Source : Aaj Tak
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